गीता जयंती पर बन रहे हैं ये 3 दुर्लभ योग, संतान प्राप्ति और धन वृद्धि के लिए करें ये 3 उपाय
महाभारत के दौरान कुरुक्षेत्र के युद्ध के दौरान श्रीकृष्ण और अर्जुन के बीच हुए संवाद ने भगवद गीता को जन्म दिया। यह एक ऐसा ग्रंथ है जिसकी वर्षगांठ मनाई जाती है। इस वर्ष गीता जयंती 22 दिसंबर को मनाई जाएगी।
गीता जयंती बहुत शुभ है और मार्गशीर्ष माह के शुक्लवतार की मोक्षदा 11वीं तिथि को मनाई जाती है।
गीता जयंती शिव योग, सर्बार्थ सिद्धि योग, रवि योग का संयोजन है। यह दिन साल का सबसे छोटा दिन भी है।
गीता जयंती पर ये करें-
– गीता में कुल 18 अध्याय और 700 श्लोक हैं, जो स्वयं भगवान श्रीकृष्ण के मुख से निकले हैं। इन सभी श्लोकों में जीवन की समस्याओं का समाधान है। गीता श्रीमद्भागवत गीता का पाठ करने का एक बुद्धिमान दिन है।
– गीता जयंती के दिन भगवान कृष्ण को पीले फूल चढ़ाने चाहिए और इस दिन ‘शाय गोविंदाय नमो नम:’, ‘कृष्ण बासुदेवाय हरि परमात्मने प्रणत प्रमात्मने’ मंत्र का जाप करना चाहिए।
– गीता जयंती के दिन किसी मंदिर में केले का पेड़ लगाएं और उसके दर्शन करें। इस दिन केला, चने का पेड़, गीता का दान करना बहुत शुभ होता है, इससे मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है और दरिद्रता दूर होती है।