मजबूत आर्थिक विकास पूर्वानुमान के बावजूद भारत भू-राजनीतिक स्थिति को लेकर चिंतित: सीतारमण
उन्होंने एक बैठक के दौरान दुनिया के नेताओं की मौजूदगी को बताया कि मौजूदा प्रतिकूल परिस्थितियों और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला पर दबाव का वैश्विक अर्थव्यवस्था पर जबरदस्त प्रभाव पड़ा है। वैश्विक अर्थव्यवस्था पहले से ही उच्च ब्याज दरों, मुद्रास्फीति के दबावों से पीड़ित है।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि भारत इस साल देश की अर्थव्यवस्था के लिए 6 प्रतिशत से अधिक की अनुमानित विकास दर के बावजूद वैश्विक आर्थिक भू-राजनीतिक माहौल को लेकर चिंतित है। उन्होंने बुधवार को यहां एक बैठक के दौरान दुनिया के नेताओं की मौजूदगी में कहा कि मौजूदा प्रतिकूल परिस्थितियों और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला पर दबाव का वैश्विक अर्थव्यवस्था पर जबरदस्त प्रभाव पड़ा है। वैश्विक अर्थव्यवस्था पहले से ही उच्च ब्याज दरों, मुद्रास्फीति के दबावों से पीड़ित है।
वित्त मंत्री ने कहा कि कुछ उन्नत अर्थव्यवस्थाओं में बैंकिंग क्षेत्र में हालिया संकट ने वैश्विक आर्थिक सुधार के लिए चुनौतियों को बढ़ा दिया है।
उन्होंने कहा कि वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में समस्याओं के कारण खाद्य, ईंधन और उर्वरक क्षेत्र दबाव में हैं। इससे खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा संकट बढ़ गया है। इस कारण दुनिया के गरीब और सीमांत वर्ग विशेष रूप से बुरी तरह प्रभावित हैं।
वित्त मंत्री ने कहा, “वैश्विक वित्तीय चुनौतियों से निपटने के लिए लोगों के नेतृत्व वाली सर्वसम्मति आधारित और सामूहिक पहल आज समय की मांग है।”