तुर्की में भूकंप: 2,200 साल पुराना किला मलबे में तब्दील, रोमन साम्राज्य से उनहत्तर संबंध
तुर्की और सीरिया में भूकंप ने जमकर तबाही मचाई है. इस हादसे में मरने वालों की संख्या 8 हजार के पार पहुंच गई है. इसके अलावा हजारों इमारतें मलबे में तब्दील हो गईं। दक्षिण-पूर्वी तुर्की में स्थित रोमन साम्राज्य का एक ऐतिहासिक किला भी भूकंप में ढह गया। कहा जाता है कि यह इमारत 2200 साल पुरानी थी। इसे गजियांटेप कैसल के नाम से जाना जाता है। गजियांटेप कैसल शहर के केंद्र में स्थित है। सोमवार को आए भीषण भूकंप में यह ढह गया। सोशल मीडिया पर किले की तस्वीरें वायरल हो रही हैं। जिसमें लोग भूकंप से पहले और बाद की तस्वीरें शेयर कर रहे हैं।
कहा जाता है कि इस किले का निर्माण शहर की निगरानी के लिए किया गया था। इसे दूसरी और तीसरी सदी में रोमन सम्राटों ने बनवाया था। इसे बीजान्टिन सम्राट जस्टिनियन के समय में और विकसित किया गया था। इसके बाद इसका वर्तमान स्वरूप अस्तित्व में आया। पहले इसका उपयोग रोमन साम्राज्य की सेना द्वारा किया जाता था। बाद में इसे बहादुर का स्मारक बना दिया गया।तुर्की में आए शक्तिशाली भूकंप के कारण इस किले की दीवारें दरक गईं और फिर ढह गईं। किला दो भागों में टूट गया। खबरों के मुताबिक किले के चारों ओर बनी लोहे की रेलिंग भी ढह गई। इसके अलावा किले के फर्श में भी बड़ी-बड़ी दरारें मिली हैं।
क्या है इस किले का महत्व
गजियांटेप किले ने स्वतंत्रता के तुर्की युद्ध में भी भूमिका निभाई। ओटोमन साम्राज्य के पतन के बाद, किला फ्रांसीसी सेना के खिलाफ सुरक्षा का प्रतीक बन गया। गाजियांटेप के अंताब के रूप में भी जाना जाता है। इसमें गाजी का मतलब योद्धा होता है।1920 के युद्ध के बाद उनके नाम के साथ गाजी जोड़ा गया।