मिश्री के ये अनोखे लाभ अभी तक नहीं जानते होंगे आप
आज के समय में जहां एलोपैथी चिकित्सा चारों तरफ फैली हुई हैI वही प्राचीन आयुर्वेदिक चिकित्सा की शक्ति पर प्रश्न उठाए जाते हैं, लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए आयुर्वेदिक चिकित्सा ही समस्त प्रकार की चिकित्सा पद्धतियों की जननी हैI यही वह पद्धति है जिससे प्राचीन समय में बड़े से बड़े रोग का इलाज कर दिया जाता था लेकिन आधुनिक समय में तुरंत इलाज प्राप्ति के सुख में लोग यह भूल जाते हैं कि तुरंत इलाज तो कुछ समय के लिए ही रहता परंतु धीमी गति से किया गया इलाज चिरस्थाई रहता है और यही आयुर्वेद की शक्ति हैI यह धीमी गति से परंतु प्रभावशाली इलाज करता है I
आज हम आपको आयुर्वेद की ऐसे ही एक शक्ति से परिचित करवाने जा रहे हैं
प्रत्येक माता पिता की इच्छा रहती है की उनके यहां पुत्र हो पुत्र प्राप्ति का शुभ सुख प्रत्येक माता-पिता चाहते हैं क्योंकि माता पिता के लिए जीवनपर्यंत वही उनका सब कुछ होता है वही उनकी देखभाल करता है और वही उनकी की बैसाखी होता है क्योंकि आखिरकार बेटियां तो पराया धन ही होती है I
ऐसे माता पिता जिनको केवल लड़कियां ही होती है उनके लिए यह एक चमत्कारी आयुर्वेदिक उपाय है जिससे पुत्र प्राप्ति अवश्य होती है क्योंकि मानो तो भगवान नहीं तो सिर्फ पत्थर और यही सिद्धांत आयुर्वेद में भी कार्य करता है
जिस स्त्री को पुत्र चाहिए उसे गर्भ ठहरने के एक माह पश्चात् इस उपाय को प्रारंभ करना चाहिए उसे कच्चा घिया कद्दू बीज समेत मिश्री के साथ थोड़ा थोड़ा दिन की 3 प्रहर खाना प्रारंभ कर देना चाहिए और और यह उपाय गर्भ ठहरने के तीसरे माह के अंत तक करना चाहिएI इससे पुत्र प्राप्ति अवश्य होती हैI