मोरपंख के चमत्कारी टोटके जानकर हैरान रह जाएंगे आप
मोर पंख को श्री कृष्ण के मुकुट पर स्थान मिला है वही इंद्रदेव मोरपंख के सिंहासन पर ही बैठते थे उस समय में महा ऋषि यों के द्वारा लिखने में मोर पंख का प्रयोग किया जाता था और इसी कारण समस्त शास्त्र ग्रंथो वास्तु और ज्योतिष शास्त्र में भी मोर पंख के पंख को विशेष स्थान दिया गया हैं तो चलिए दोस्तों आज हम आपको बताने जा रहे हैं मोरपंख के 20 चमत्कारी टोटके जो शायद ही आप जानते होंगे
- जो व्यक्ति अपने घर में दो मोरपंखी रखता है उसके घर में कुछ बुरा नहीं होता और घर परिवार सदा एकत्रित बना रहता हैं
- जो व्यक्ति अपने पास सदा मोर पंख रखता है उसके ऊपर सदा कोई अमंगल नहीं मंडराता और वह सदा बड़ी दुर्घटना से बचा रहता है।
- मोर पंख को सदा अपने घर में रखने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और सकारात्मक का वास होता है।
- अगर आपका बच्चा पढ़ने में कमजोर है वह ठीक से नहीं पढ़ रहा है और वह किसी विषय में कमजोर हैं तो आप मोरपंख को उसके बैग में रख दें या वह जिस विषय में कमजोर है उस बुक में रख दें आपके बच्चे का पढ़ाई में मन लगने लगेगा।
- अपनी जेब या डायरी में मोर पंख रखने से राहु दोष भी प्रभावित नहीं करता।
- मोर का सबसे प्रिय आहार सांप है सांप वहां नहीं जाते हैं जहां पर मोर पंख दिखाई देता है अगर आपको भी सांपों से डर लगता है तो अपने पास मोरपंख जरूर रखें।
- घर का मुख्य द्वार अगर वास्तु के विरुद्ध हेतु घर के द्वार पर तीन मोर पंख स्थापित करें और पंख के नीचे भगवान गणेश का चित्र यह छोटी प्रतिमा स्थापित करें ऐसा करने से वास्तु दोष दूर हो जाता है।
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जीवन में अगर अचानक ढेर सारेकष्ट और विपत्ति आ जाए तो घर या बेडरूम में मोरपंख स्थापित करना चाहिए।
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पति-पत्नी में अक्सर झगड़े होते रहते हैं इसलिए घर में दो मोर पंख लाएं और उसको आपको अपनी शादी वाली एल्बम में मोर पंख छुपा कर रख देना है इससे झगड़े होना बंद हो जाएंगे और पति पत्नी में प्रेम बढ़ेगा।
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रात के वक्त मोर पंख को आंगन में रख दें इससे बाहरी ऊर्जा नष्ट होती है
- मोर पंख को हमेशा अपने पास रखना चाहिए जिससे वह व्यक्ति कभी असफल नहीं होता और हमेशा सफलता की बुलंदियों को छूता है।
- मोर पंख को तकिए के नीचे रखकर सोने से कभी डरावने सपने नहीं आते और सुबह भी अच्छी जाती है
- मोरपंख को कभी भी नीचे नहीं फेकें इससे आपके घर की तरक्की रुक सकती है मोर पंख को नीचे फेंकने का मतलब भगवान श्रीकृष्ण का अपमान करना है।
- अपने शत्रु को दोस्त बनाए दोस्तों सबसे महत्वपूर्ण बात जब आप मोरपंख लेते हैं तो उसका सेंटर गोला होना चाहिए नहीं तो वह कोई काम नहीं आएगा याद रखिएगा आपको एक मोरपंख लेना है और मंगलवार या शनिवार शाम 7:00 से 8:00 बजे के बीच में हनुमान जी के मस्तक से सिंदूर लेना है और अपने शत्रु का नाम लिखना है उसे रात भर अपने पास रखना है सुबह जल्दी उठना है ब्रह्म मुहूर्त के टाइम पर ब्रह्ममुहूर्त 5:00 से 7:00 के बीच में होता है सूर्योदय के समय और आपको बिना नहाए धोए आप को सीधा जा करके उस मोर पंख को बहते हुए जल में प्रवाहित करना है इससे आपका शत्रु आपका मित्र बन जाएगा।