माइग्रेन की परेशानी को छूमंतर करें नाक में देशी घी की कुछ बूंदे डालने से जो चमत्कार होता है जानकर हैरान रह जाएंगे आप
भारत में, घी अधिकतम मनुष्यों के घरेलू पदार्थों के साथ उपहार है। इसे गर्म रोटी में घी या पनीर के स्वाद के लिए पनीर बटर मसाला सहित घी के साथ मिलाया जा सकता है। लेकिन बहुत से इंसान घी से दूर हो जाते हैं। उन्हें लगता है कि घी वजन की समस्याओं को बढ़ाएगा। लेकिन आपको बता दूं कि यह केवल एक गलत धारणा है।
घी के उपयोग से अब वज़न कम नहीं होता है, लेकिन घटता है। घी ऐसी बहुत सारी शीर्ष वसा है जो बहुत सारे तरीकों से फ्रेम हासिल करता है। आज हम आपको देसी घी का ढेर सारा आशीर्वाद देने जा रहे हैं। आप उन आशीर्वादों की लगभग एक संख्या को पहचान कर चकित हो सकते हैं।
एलर्जी को नथुने में गाय के घी का उपयोग करने की सहायता से हटा दिया जाता है। अर्थात्, यदि आप गंदगी या हर दूसरे कारण से छींक रहे हैं, तो घी की कुछ बूंदें अपने नथुने में डाल दें। परेशानी खत्म हो जाएगी।
घी बहुत उपयोगी हो सकते हैं। पागलपन की परेशानी भी कुछ दिनों के लिए नथुने के साथ इसकी कुछ बूंदों को सेट करने की सहायता से प्राप्त की जा सकती है।
आपके नथुने में घी लगाने के कई अतिरिक्त आशीर्वाद हैं। इसमें पक्षाघात से छुटकारा मिलता है। इसी तरह घी से भी निपटा जाता है।
अगर गाय के घी की कुछ बूंदों को नथुने के साथ लगातार रखा जाता है, तो आपके बालों के झड़ने की समस्या खत्म हो सकती है। इसके साथ ही, सिर पर आने वाले नए बालों से भी बाल झड़ने लगते हैं।
यदि सुबह-शाम गाय के घी की कुछ बूंदें नथुने में डाली जाती हैं, तो इससे माइग्रेन की परेशानी खत्म हो जाती है।
दिन में दो बार गाय के घी को अपने नाक में डालने से आपको रक्तहीन और कफ से आराम मिल सकता है। यह त्रिदोष दूर करता है।
नथुने के साथ इसे स्थापित करने के उपयोग की सहायता से सरल नहीं है, घी को भी विभिन्न तरीकों से उपयोग किया जा सकता है। प्रतिदिन एक चम्मच घी खाने से वजन की समस्या नियंत्रण में रहती है।
गाय के घी से तलवों की मालिश करने से सिर दर्द समाप्त होता है। चार घी और उबटन बच्चे की छाती सहित उपयोग करने की सहायता से नमक गरम करें। इससे बच्चे का रक्तहीन गायब हो जाएगा।