श्वसन प्रणाली के लिए योग आसन , श्वसन प्रणाली के लिए योग आसन अपने फेफड़ों को कैसे मजबूत रखें
आरोग्यनाम ऑनलाइन टीम – शरीर के हर हिस्से को ठीक से काम करने के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन की जरूरत होती है। इसके लिए अपने श्वसन तंत्र और उसके अंगों को स्वस्थ रखना बहुत जरूरी है। श्वसन तंत्र को मजबूत रखने से कई गंभीर समस्याओं से बचा जा सकता है (योग आसन फॉर रेस्पिरेटरी सिस्टम)। इसके लिए व्यक्ति को प्रतिदिन योग करने की आदत डालनी चाहिए। योगासन के नियमित अभ्यास से फेफड़े और हृदय स्वस्थ रहते हैं। इसलिए ऑक्सीजन और ऑक्सीजन युक्त रक्त शरीर के सभी अंगों तक आसानी से पहुंच जाता है (योग आसन फॉर रेस्पिरेटरी सिस्टम)।
फेफड़ों की क्षमता को अधिक प्रभावी ढंग से बढ़ाने के लिए योगाभ्यास का अभ्यास किया जा सकता है। साथ ही रोजाना योग करने से आपका तन और मन दोनों मजबूत रहता है। योग फेफड़ों की कार्यक्षमता को बढ़ाकर सांस लेने में सुधार करता है। श्वसन प्रणाली के लिए कुछ दैनिक व्यायाम आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं (योग आसन फॉर रेस्पिरेटरी सिस्टम)।
मत्स्यासन योग करें:
इस प्रकार का योग फेफड़ों और हृदय के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। इस योग के अभ्यास से ऑक्सीजन की मात्रा तो बढ़ती ही है साथ ही रक्त संचार भी बेहतर होता है। इससे शरीर के सभी अंगों को पर्याप्त ऑक्सीजन मिलती रहती है।
मत्स्यासन योग कई प्रकार के श्वसन विकारों को दूर कर फेफड़ों की कार्यक्षमता में सुधार करने में मदद करता है। प्रतिदिन मत्स्यासन योग का अभ्यास करने की आदत डालें, यह आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है।
सुखासन योग (Sukhasana Yoga) :
सुखासन योग पूरे शरीर के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के साथ-साथ रक्त प्रवाह को क्रम में रखने और फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए एक बेहतरीन व्यायाम है। यह फेफड़ों की मांसपेशियों को मजबूत करता है और श्वसन प्रणाली के स्वास्थ्य में भी सुधार करता है।
बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक अगर सुखासन योग का अभ्यास करें तो शरीर को ज्यादा से ज्यादा फायदा आसानी से मिल सकता है। शोध से पता चला है कि सुखासन योग का नियमित अभ्यास आपकी उम्र बढ़ाने के लिए भी उपयोगी है।
भुजंगासन (Bhujangasana Yoga) :
फेफड़ों के स्वास्थ्य को बढ़ाने और उसके कार्य को सुगम बनाने के लिए यह आसन बहुत उपयोगी है।
मन को शांत करने और तनाव और चिंता जैसी समस्याओं से राहत पाने के लिए भी इस योग का अभ्यास करना बहुत फायदेमंद माना जाता है।
भुजंगासन योग के अभ्यास के दौरान फेफड़ों की मांसपेशियों में खिंचाव होता है।
इससे ऑक्सीजन को बेहतर तरीके से स्टोर किया जा सकता है।
भुजंगासन योग का नियमित अभ्यास करके आप अपने श्वसन तंत्र को मजबूत रख सकते हैं।
(अस्वीकरण : हम इस लेख में निर्धारित किसी भी कानून, प्रक्रिया और दावों का समर्थन नहीं करते हैं।
उन्हें केवल सलाह के रूप में लिया जाना चाहिए। ऐसे किसी भी उपचार/दवा/आहार को लागू करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।)