रविवार को क्यों नहीं तोड़ी जाती तुलसी की पत्तिया
हिन्दू धर्म में सभी पूजा पाठ वार और समय के अनुसार होते है, पूजा से लेकर शादी तक सभी सुबह काम की शुरुआत मुहूर्त देखकर की जाती है, इसी के साथ इन शुभ कामो में इस्तेमाल होने वाली हर एक चीज का अलग महत्व होता है | हर भगवन को अलग अलग प्रकार के प्रसाद से एवं भोग आदि से पूजा जाता है | ऐसी मान्यता है की तुलसी से जुडी की रविवार को तुलसी नहीं तोड़ी जाती|
तुलसी को तोड़ने के लिए ही नहीं बल्कि इसे लगाने और पूजा में इस्तेमाल करने को लेकर भी कई मान्यताएँ फैली हुई है -जैसे गुरुवार को तुलसी का पौधा लगाना चाहिए, इसे घर में लगाने का सबसे उत्तम महीना कार्तिक का होता है आदि | ऐसे कई जगहों ोे लोगो के बीच यह भी मान्यता है की रविवार के दिन तुलसी का पौधा या इसकी पट्टी नहीं तोड़नी चाहिए |
इस मान्यता को लेकर लोगो का मानना है कि रविवार भगवन विष्णु को बहुत प्रिय होता है, इसलिए इस दिन तुलसी नहीं तोड़ी जाती, क्योकि तुलसी भी भगवान् को प्रिय होती है | विष्णु जी को तुलसी प्रिय बनाने का श्रेय भगवन गणेश को को जाता है |