इस मंदिर में पति पत्नी के एक साथ पूजा करने पर क्यों है रोक ?
हिमाचल प्रदेश – किंवदन्ती के अनुसार भोलेनाथ ने अपने दोनों पुत्रों श्री गणेश और कार्तिकेय को पूर्ण ब्रह्मांड की परिक्रमा करने को कहा था। कार्तिकेय तो अपने वाहन मयूर पर ब्रह्मांड का चक्कर लगाने हेतु चले गए परंतु गणेश जी ने अपने पिता शिव और माता पार्वती की परिक्रमा की और कहा कि उनके चरणों में ही पूरा ब्रह्मांड है। कार्तिकेय के वापिस आने तक गणेश जी का विवाह हो गया था।
जिसके कारण वे रुष्ट हो गए थे और उन्होंने प्रण लिया की वह विवाह नहीं करेंगे। श्राईकोटी में दरवाजे पर आज भी गणेश जी सपत्नीक स्थापित हैं। कार्तिकेय जी के प्रण से माता पार्वती गुस्सा हो गई थी और उन्होंने कहा था कि जो दंपति इक्ट्ठे इस मंदिर में एक साथ दर्शन करेगा उसका एक महीने में तलाक हो जायगा !
भले ही आपको लगता है कि हमारा देश हर रोज तरक्की कर रहा हो लेकिन कई ऐसे गांव है जो अंधविश्वास में रुढि़वादी परंपराओं का बोझ उठाए हुए हैं। परंपराओं के नाम पर कुछ भी कर गुजरने को ये लोग तैयार रहते है। यहां परंपराओं के नाम पर जोड़ों से कई चीजें कराई जाती है जिनको देखकर आप भी शायद दंग रह जाएंगे।हिमाचल प्रदेश में कुल्लू में पीणी गांव है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि यहां साल के पांच दिन तक पति-पत्नी एक दूसरे से हंसी-मजाक भी नहीं कर सकते हैं। बिल्कुल अनजानों की तरह एक दूसरे से व्यवहार करते हैं।