क्यों सूर्य देवता को संसार का बड़ा और प्रत्यक्ष देवता कहा जाता है
संसार का सबसे बड़ा और प्रत्यक्ष देवता सूर्य हैं। क्योंकि सूर्य ऐसे देवता हैं जो हमें अप्रत्यक्ष रूप से दिखाई देते हैं और काफी विशालकाय भी होते हैं। सूर्य को जीवन का कारक माना जाता हैं।
सूर्य के बिना धरती में जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती हैं।
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पौराणिक मान्यताओं के अनुसार वर्णित कथाओं में प्राचीन ऋषि-मुनि सूर्य को ही जीवन का कारक और आधार दोनों मानते थे और उनकी विशेष पूजा अर्चना भी करते थे। प्राचीनकाल में नदी।
तालाब में नहाने के बाद जल में ही खड़े रहकर सूर्य देवता को अर्ध्य देने की विशेष विधि थी।
ज्योतिषियों के अनुसार सूर्य को नियमित रूप से जल चढ़ाने से मनुष्य के बल तथा ऊर्जा में वृद्धि होती हैं।
नियमित रूप से विधिपूर्वक जल चढ़ाने से सूर्यदेव की विशेष कृपा होती हैं और मनुष्य को लंबी आयु का आशीर्वाद मिलता हैं।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ही नहीं बल्कि वैज्ञानिकों के अनुसार भी सूर्य देव का बहुत अधिक महत्व हैं।
सूर्य से हमें भरपूर मात्रा में विटामिन डी मिलता हैं।
जिससे हमारी हड्डी मजबूत होती है और हम बूढ़े होने की समस्या से दूर रहते हैं।