40 दिन का Lockdown हमारे देश के लिए क्यों था जरूरी डालें इस पर एक नज़र?
नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) की वजह से पूरे देश में हंगामा मचा हुआ है. इस बीच देश के लिए 40 दिन का Lockdown क्यों जरूरी था इस बात का विस्तृत ब्योरा मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से देश के सामने रखा गया है. 21 दिन का लॉकडाउन पहले और अब 3 मई तक लॉकडाउन के सवाल पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने विस्तार से जवाब दिया.
सरकारी नौकरियां यहाँ देख सकते हैं :-
सरकारी नौकरी करने के लिए बंपर मौका 8वीं 10वीं 12वीं पास कर सकते हैं आवेदन
1000 से भी ज्यादा रेलवे की सभी नौकरियों की सही जानकारी पाने के लिए यहाँ क्लिक करें
इस भयंकर बिमारी कोरोनावायरस से लड़ाई की जंग में शामिल हो गया है, ऐसे भारत के प्रधानमंत्री को 40 दिन का Lockdown क्यों करना पड़ा ये हम आज आपको समझायेंगे. मंगलवार के दिन स्वास्थ्य मंत्रालय पूरे भारत के सामने सभी जानकारी शेयर की, जिसमे वो सब बातें बताई गई जिसकी वजह से 40 दिन का Lockdown रखना पड़ा.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि कोरोना संक्रमण की चेन को हमें तोड़ना है जो बहुत ही जरूरी हो जाता है यदि पूरे 28 दिन कहीं से भी किसी जगह से हमें कोई केस नहीं मिलता तो ये माना जायेगा की हमने चेन ऑफ ट्रांसमिशन (Chain of Transmission) को तोड़ दिया. इसका यही कारण था कि सरकार ने पहले 3 वीक का लॉकडाउन किया फिर 13 अप्रैल से 3 मई तक इसे बढ़ा दिया गया ताकि ये चेन टूट जाये और कोरोना संक्रमण ना रहे .
पूरे भारत में 24 घंटे में 1211 नए केस मिले और कोरोना संक्रमण के 10363 मरीज पाये
स्वास्थ मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने जानकारी दी कि पूरे भारत में इस समय Covid 19 से सामना करने के लिए बहुत बड़े स्तर पर जरूरी इंतज़ाम किये जा रहे हैं, हमने अभी तक कोविड-19 के 602 स्पेशल हॉस्पिटल तैयार कर लिए है और ये भी बताया कि 28 दिन का लॉकडाउन से ये पता नहीं चलता कि संक्रमण फ़ैल रहा है.
गृह मंत्रालय की पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने प्रेस के सामने अपनी बात रखी और कहा कि हमारी फाॅर्स सभी स्टेट में बड़े तोर काम कर रही है, गृह मंत्रालय के कण्ट्रोलरूम ने अभी तक 5000 शिकायतों पर काम किया है और उनका समाधान भी कर चुके हैं.
देश के हर कोने में सभी जरूरी मेडिकल इक्विपमेंट्स और जरूरी सामान बहुत तेज़ी से मुहैया कराया जा रहा है. हमारे 218 लाइफ लाइन कार्गो उड़ान से राज्यों में मेडिकल इक्विपमेंट्स पहुंचाए गए हैं. अगर देश के किसी इलाके या शहर में में कोरोना संक्रमण कम मिलता है तो वहां विशेष छूट दी जा सकती है.
आईसीएमआर के रमन आर गंगाखेड़कर ने कहा कि कल तक 2,31,902 सैंपल का टेस्ट हो चुका है, हमने ICMR नेटवर्क के अंतगर्त 166 लैब और 70 प्राइवेट लैब को मंजूरी दे दी है. और ये भी बताया कि 33 लाख RTPCR का भी आर्डर दे दिया गया है और 37 लाख रैपिड एन्टीबॉडी टेस्टिंग किट का आर्डर को भी पूरा किया जा रहा है.
देश में कोरोना संक्रमण को लेकर उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण में जवान लोग ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं और जिनकी उम्र ज्यादा है जो बुजुर्ग है. अगर किसी को भी कोई संक्रमण की कोई शिकयत हो तो तुरंत हमारे फ्रंटलाइन वर्कर को बताएं.
हमने कभी हर किसी को टेस्ट ने लिए नही कहा जिसको जरुरत हो वही अपनी टेस्टिंग कराएँ इस बात को स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बिलकुल साफ कहा गया.
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के द्वारा 5.29 करोड़ को फ्री में राशन भी दिया गया है.
सीधे साफ़ शब्दों में कहे तो प्रेस कॉन्फ्रेंस इस बात को जोर दिया है की खतरा अभी भी हमारे सिर पर है ये टला नहीं है. इससे बचने के सभी पुख्ता इंतज़ाम किये जा रहे हैं. जनता से अपील है वो इस नियम का पालन करें और Lockdown में अपने घरों में सेफ रहे.