77 साल के भावन को ‘जेसीबी मैन’ क्यों कहा जाता है? जानकर हैरान रह जायेंगे
77 साल के भावन नाम के एक व्यक्ति ने अपनी मेहनत से ऊबड़ – खाबड़ ज़मीन को खेती करने लायक बना दिया है। जोकि कोई जीवटता का धनी व्यक्ति ही कर सकता है।
भावन यह काम पिछले 25 वर्षों से कर रहे हैं। वह अपने गांव की किसी भी ऊबड़ – खाबड़ भूमि को समतल बनाकर खेती करने लायक बना देते हैं।
इसलिए गांव में सभी लोग उन्हें ‘जेसीबी मैन’ के नाम से पुकारते हैं। हैरानी की बात यह है कि वह जो भी ज़मीन को समतल करते हैं। वह उनकी नहीं होती है। इस बात का उन्हें मलाल जरूर है।
अपने गांव की किसी भी ज़मीन पर चलाने लगते हैं फावड़ा :
फतेहपुर के अमौली ब्लॉक में भरसा के मजरे केवटरा गांव के 75 साल के भावन निषाद पिछले 25 वर्षों से अपने गांव की ऊबड़ – खाबड़ जमीन पर फावड़ा चलाकर समतल करके उसे खेती करने के लायक बना देते हैं।
भावन निषाद जिस ज़मीन को समतल करके खेती करने योगय बनाते हैं। वह ज़मीन उनकी नहीं होती है बल्कि उस ज़मीन का मालिक कोई और होता है।
वह सिर्फ उनकी ज़मीन पर फावड़ा चलाकर समतल कर देते हैं। जिसके बाद ज़मीन का मालिक उसमें फसल तैयार कर लेता है।
भावन ने इसलिए शुरू किया यह काम :
भावन के मुताबिक उनकी पत्नी की मृत्यु के बाद वह बिल्कुल अकेल पड़ गए थे। फिर उनके मन में विचार आया कि क्यों न गांव के लिए कुछ ऐसा किया जाए, जिससे उनका समय भी कट जाए और पुण्य भी मिल सके।
इसलिए तभी से भावन रोज़ सुबह फावड़ा लेकर अपने गांव में ऊबड़ – खाबड़ ज़मीन को समतल करने के लिए निकल जाते हैं।
इस काम के लिए भावन नहीं लेते हैं, कोई मेहनताना :
भावन उर्फ ‘जेसीबी मेन’ अपने इस काम के बदले में कोई भी कीमत नहीं लेते हैं । फिर भी इस काम के लिए ज़मीन के मालिक उनको दो वक्त की रोटी दे देते हैं।
पर यदि मालिक उनको रोटी भी न दें तो वह खुद ही रोटी बना लेते है। लेकिन इस काम के एवज में वह कोई मांग नहीं करते हैं। इसलिए हम सभी को 75 साल के भावन जी पर गर्व तो होना ही चाहिए। भावन जी के जज्बे को सभी देशवासियों की ओर से सादर नमन।
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