महाभारत में दुर्योधन क्यों था सबसे अलग, जाने दुर्योधन की तीन बड़ी सच्चाई
दुर्योधन महाभारत का एक शक्तिशाली और पराक्रमी योद्धा था दुर्योधन के कारण ही कौरव और पांडवों में महाभारत जैसा खतरनाक युद्ध हुआ था। आज हम आपको दुर्योधन के तीन ऐसे सच बताएंगे जिनको आप नहीं जानते हैं।
१. ज्ञान की कमी
महाभारत काव्य के अनुसार दुर्योधन में ज्ञान की कमी थी वह अपने मामा शकुनि के कहने के अनुसार चलता था जो भी बात करनी होती थी और सिर्फ शकुनि की बात पर ही विश्वास करता था। इसके कारण दुर्योधन राज्य सम्बंधित फैसले नहीं ले पाता था। इसके परिणाम स्वरूप उसे महाभारत का युद्ध करना पड़ा था।
२. सर्वश्रेष्ठ गदाधारी
दुर्योधन महाभारत का सर्वश्रेष्ठ गदाधारी योद्धा था दुर्योधन ने गदा युद्ध की कला श्री कृष्ण के भाई बलराम से सीखी थी। बलराम ने दुर्योधन को दुनिया का सर्वश्रेष्ठ गदाधर का खिताब दिया था। दुर्योधन ने गदा युद्ध के माध्यम से कई शक्तिशाली योद्धाओं को महाभारत में हराया था।
३. वज्र का शरीर
दुर्योधन का शरीर उसकी माता के वरदान के कारण वज्र का बन गया था। जब दुर्योधन का शरीर वज्र का बनने जा रहा था तो भगवान श्री कृष्ण के कारण अर्जुन का थोड़ा सा शरीर वज्र का नहीं बन पाया था और इसका सबसे बड़ा लाभ भीम को मिला था।