गर्भ में पल रहा बच्चा लात क्यों मारता है ? क्लिक करके जरूर जान लें
जब जब महिला गर्भवती होती है तो आपने सुना होगा कि गर्भावस्था में बच्चा पेट में लात मारता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा क्यों होता है। आइए जान लेते हैं इसके पीछे क्या सच्चाई है क्या आप जानते हैं गर्भ में पल रहा बच्चा लात क्यों मारता है ? क्लिक करके जरूर जान ले।
बच्चे के अच्छे स्वास्थ्य का संकेत
अगर गर्भावस्था में कोई बच्चा लात मारता है तो इसका मतलब है कि आपका बच्चा स्वस्थ है। और सक्रिय है। और जब बच्चा गर्भ में हिलता-डुलता है या हिचकी लेता है तो बच्चे की मां को लात मारने जैसा महसूस होता है। ऐसा गर्भावस्था के शुरुआती सप्ताह में महसूस होता है। जब बच्चा अपने अंगों को फैलाता है। इससे कई महिलाएं परेशानी भी महसूस करती है।
36 हफ्ते के बाद कम लात मारना
प्रेग्नेंसी के 36 हफ्ते के बाद बच्चे का आकार पूरा बढ़ जाता है। जिससे वह हिल नहीं पाता है। इस दौरान महिलाएं पसलियों के दोनों तरफ को लात मारने जैसा महसूस करती हैं।
वातावरण में बदलाव
जब पेट के अंदर गर्भाशय में बच्चा बाहर के परिवर्तन को महसूस कर लेता है तो वह सक्रिय हो जाता ह। और किक मारने लगता है। इसके अलावा बाहर के वातावरण में ज्यादा शोर होने या जोर-जोर से आवाज आने से भी बच्चा सक्रिय हो जाता है। और अपने अंगों को फैलाकर लात मारने जैसा संकेत देता है।
कम लात मारना परेशान होने का संकेत
28 हफ्ते के बाद डॉक्टर आपको बच्चे के लात मारने को गिनने के लिए कहते है। और डॉक्टर से जांच करते हैं कि बच्चा स्वस्थ है या नहीं है। ऑक्सीजन की सप्लाई सही हो रही है या नहीं हो रही है। इसके अलावा बच्चे का लात मारना शुगर के लेवल को भी बताता है।
अगर बच्चा लात मारना कम कर देता है तो इसका मतलब है शुगर कम हो गया है। और बच्चा भी स्वस्थ नहीं है। यह एक बच्चे के अस्वस्थ होने का संकेत है। अगर महिलाओं को खाना खाने के बाद भी बच्चा लात नहीं मारता है तो एक गिलास पानी जरूर पीएं। और उसके बाद देखें कि बच्चा लात मार रहा है या नहीं।