वेफर पैकेट के अंदर इतने कम चिप्स क्यों होते हैं? हवा क्यों भरी जाती है? एक्सपर्ट्स ने दिया ये जवाब
वेफर्स ज्यादातर लोगों को पसंद आते हैं क्योंकि वे बहुत स्वादिष्ट होते हैं। आपने कई बार चिप्स खाए होंगे और देखा होगा कि पैकेट कभी पूरा नहीं भरता। पैकेट को खोलने पर पता चलता है कि अंदर से कुछ खाली है लेकिन इसके पीछे खास कारण हैं। तो आइए जानते हैं इस रिपोर्ट में इसके कारणों के बारे में
गौरतलब है कि यूके की स्नैक, नट एंड क्रिस्प मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के मुताबिक आधा पैकेट खाली छोड़ दिया जाता है, ताकि चिप्स को ज्यादा समय तक फ्रेश रखा जा सके। इसके पीछे एक कारण यह भी है कि चिप्स बहुत नरम होते हैं, जो हल्के से छूने पर भी टूट सकते हैं। जैसे ही पैकेट फुलाया जाता है, अंदर की हवा उसे टूटने से बचाती है। सीडीए अप्लायंसेज द्वारा 2017 के एक अध्ययन में पाया गया कि चिप्स के पैकेट औसतन 72 प्रतिशत खाली रहते हैं।
नाइट्रोजन गैस क्यों भरी जाती है?
यह भी सच है कि वेफर पैकेट के खाली हिस्से में हवा नहीं, नाइट्रोजन गैस भरी जाती है। यह नाइट्रोजन गैस पैकेट में रखे चिप्स को टूटने से बचाती है और उन्हें बासी होने से भी बचाती है। स्नैक, नट और क्रिस्प मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के एक प्रवक्ता ने हाल ही में एक अध्ययन के जवाब में कहा कि नाइट्रोजन गैस चिप्स को खराब होने से बचाने के अलावा पैकेट डैमेज से भी बचाती है।
वेफर खराब होने की संभावना कम हो जाती है
पैकेजिंग तापमान के आधार पर निर्धारित किया जाता है। 2017 के अध्ययन के लेखकों ने कहा कि चिप्स के पैकेट में पैक की गई हवा चिप्स को अधिक समय तक तरोताजा रखने में मदद करती है। इससे इसके खराब होने की संभावना कम हो जाती है।