किससे शादी करें और किससे नहीं
राशि अनुसार करें शादी
शादी के बाद जब लड़का-लड़की एक साथ, एक छत के नीचे रहने लगते हैं, तब उन्हें एक-दूजे की छोटी-छोटी जरूरतें समझ आती हैं। हर परिस्थिति पर कोई कैसे बर्ताव करता है, यह दिखाई देने लगता है। लेकिन कितना अच्छा होगा जब इन सभी बातों में से कम से कम कुछ प्रतिशत विशेषताएं हमें शादी से पहले ही मिल जाएं।
मेष राशि
निडर, भरपूर आत्म विश्वास, स्वतंत्र एवं जुनून से भरे होते हैं मेष राशि के जातक। इन चार शब्दों में ही इनका स्वभाव झलकता है। फिर चाहे वह दोस्ती हो या प्यार, इन चार शब्दों में समाया है इनका हर रिश्ता। अगर ये प्यार करेंगे तो पूरे विश्वास और जुनून के साथ। ये जिस तरह से किसी को प्यार करते हैं, ठीक उसी प्रकार की उपेक्षा अपने पार्टनर से भी रखते हैं।
दूसरी बात, स्वतंत्रता इन्हें बेहद प्रिय है। अगर शादी के बाद मेष राशि के जातक को आप अपने हुक्म के नीचे दबाने की कोशिश करेंगे, तो ऐसा रिश्ता अधिक समय तक नहीं बचेगा। तीसरी बात, इन्हें जो सही लगता है वही करते हैं। दूसरों की बातों पर आंख बंद करके विश्वास नहीं करते।
वृष राशि
सच्चे और वफादार होते हैं वृष राशि के लोग, तो यह बात तो तय है कि अगर ये किसी को सच्चे दिल से अपना लें, तो धोखा देने का विचार इनके मन में नहीं आएगा। लेकिन इन्हें पूर्ण रूप से अपना बनाना आसान नहीं है। शांत स्वभाव के वृष राशि के जातक की गुस्से वाले पार्टनर के साथ नहीं बन सकती। वृष राशि के जातक की धनु राशि से शादी नहीं करानी चाहिए।
मिथुन राशि
इस राशि के जातक खुशमिजाज कहलाते हैं, इन्हें मौज-मस्ती करना बेहद पसंद है। तो इसलिए अगर कोई बोरिंग पार्टनर मिल जाए, तो इनके लिए वह रिश्ता निभाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। अगर आपके पार्टनर का राशि चिह्न मिथुन है, तो आप भाग्यशाली है। क्योंकि ये लोग प्यार में सच्चे और वफादार होते हैं।