1) 26 जनवरी को राष्ट्रीय पर्व क्यों कहा जाता है ?
26 जनवरी को राष्ट्रीय पर्व इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसी दिन सन् 1950 को भारत सरकार अधिनियम (एक्ट)को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया था।जिसके तहत भारत देश को एक लोकतांत्रिक, संप्रभु और गणतंत्र देश घोषित किया गया.
2) भारत का संविधान 26 जनवरी को ही क्यों लागू किया गया ?
भारत का संविधान 26 जनवरी को इसलिए लागू किया गया क्योंकि इसी दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आई एन सी) ने भारत को पूर्ण स्वराज घोषित किया था 1930 में।
3) गणतंत्र दिवस मनाने की परंपरा किसने शुरू करी थी ?
देश के पहले राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने 26 जनवरी 1950 को 21 तोपों की सलामी के साथ ध्वजारोहण कर भारत को पूर्ण गणतंत्र घोषित किया था. इसके बाद से हर साल इस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है और इस दिन देशभर में राष्ट्रीय अवकाश रहता है।
4) गणतंत्र दिवस पर झंडा कौन फहराता है?
देश के प्रथम नागरिक यानी राष्ट्रपति गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लेते हैं और राष्ट्रीय ध्वज भी वही फहराते हैं।
5) भारतीय राष्ट्रीय ध्वज किसने डिज़ाइन किया था?
भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को पिंगली वेंकैया ने डिज़ाइन किया था.पिंगली ने शुरुआत में जो झंडा डिज़ाइन किया था वो सिर्फ़ दो रंगों का था, लाल और हरा. उन्होंने ये झंडा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के बेज़वाडा अधिवेशन में गाँधी जी के समक्ष पेश किया था. बाद में गांधी जी के सुझाव पर झंड में सफ़ेद पट्टी जोड़ी गई. आगे चलकर चरखे की जगह राष्ट्रीय प्रतीक स्वरूप अशोक चक्र को जगह मिली. भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को इसके वर्तमान स्वरूप में 22 जुलाई 1947 को आयोजित भारतीय संविधान सभा की बैठक के दौरान अपनाया गया था. भारत में “तिरंगे” का अर्थ भारतीय राष्ट्रीय ध्वज है।
6) भारतीय संविधान कितने दिनों में तैयार किया गया था?
संविधान सभा ने लगभग तीन साल (2 साल, 11 महीने और 17 दिन सटीक) में भारत का संविधान तैयार किया था. इस अवधि के दौरान, 165 दिनों में 11 सत्र आयोजित किए गए थे।
7)गणतंत्र दिवस परेड कहाँ से शुरू होती है?
गणतंत्र दिवस परेड राष्ट्रपति भवन से शुरू होती है और इंडिया गेट पर ख़त्म होती है।
8) प्रथम गणतंत्र दिवस पर भारत के राष्ट्रपति कौन थे?
प्रथम गणतंत्र दिवस पर डॉ. राजेंद्र प्रसाद भारत के राष्ट्रपति थे. संविधान लागू होने के बाद डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने वर्तमान संसद भवन के दरबार हॉल में राष्ट्रपति की शपथ ली थी और इसके बाद पांच मील लंबे परेड समारोह के बाद इरविन स्टेडियम में उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज फहराया था।
9) बीटिंग रिट्रीट’ नाम का समारोह कहां होता है?
बीटिंग रिट्रीट का आयोजन रायसीना हिल्स पर राष्ट्रपति भवन के सामने किया जाता है, जिसके चीफ़ गेस्ट राष्ट्रपति होते हैं. बीटिंग द रिट्रीट समारोह को गणतंत्र दिवस का समापन समारोह कहा जाता है. बीटिंग रिट्रीट का आयोजन गणतंत्र दिवस समारोह के तीसरे दिन यानी 29 जनवरी की शाम को किया जाता है. बीटिंग रिट्रीट में थल सेना, वायु सेना और नौसेना के बैंड पारंपरिक धुन बजाते हुए मार्च करते हैं।
10)नई दिल्ली में होने वाली गणतंत्र दिवस की भव्य परेड की सलामी कौन लेता है?
भारत के राष्ट्रपति भव्य परेड की सलामी लेते हैं. वो भारतीय सशस्त्र बलों के कमांडर-इन-चीफ़ भी होते हैं. इस परेड में भारतीय सेना अपने नए लिए टैंकों, मिसाइलों, रडार आदि का प्रदर्शन भी करती है।
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