कब खुलेगी सरकार की नींद? चीन ने भारत में विदेशी पोर्टफोलियो निवेश बढ़ाया
भारत में चीन का विदेशी पोर्टफोलियो निवेश लगातार बढ़ रहा है। वैश्विक महामारी के बाद से तिमाही आंकड़ों से, चीन 2020 के शुरुआती दिनों से एफपीआई बढ़ा रहा है जब विभिन्न प्रतिबंधों पर चर्चा हो रही थी।
सेबी से मिली जानकारी के मुताबिक जून 2022 में चीन का एफपीआई 80684 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। जो दसवें सबसे बड़े एफपीआई देश नीदरलैंड के निवेश से करीब 20,000 करोड़ रुपये कम है। इस अवधि के दौरान भारत में नीदरलैंड का एफपीआई निवेश 99140 करोड़ रुपये था।
गौरतलब है कि भारत सरकार ने अप्रैल 2020 में एक सर्कुलर जारी कर भारत में सीमावर्ती देशों की कंपनियों द्वारा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश पर रोक लगा दी थी। चीन के साथ भूमि विवाद के चलते यह कदम उठाया गया है। चीन ने विदेशी पोर्टफोलियो निवेश बढ़ाना शुरू कर दिया है जबकि भारत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को प्रतिबंधित कर रहा है।