centered image />

यूरिक एसिड कंट्रोल करने के लिए क्या खाएं और कौन से योगासन करें?

0 372
Join Telegram Group Join Now
WhatsApp Group Join Now

यूरिक एसिड कंट्रोल गलत खान-पान और बिगड़ती जीवनशैली का परिणाम है। हम जो कुछ भी खाते हैं वह यूरिक एसिड पैदा करता है। किडनी यूरिक एसिड को फिल्टर करके शरीर से निकाल देती है। किडनी दिन में करीब 400 बार खून को फिल्टर करती है। अगर किसी कारण से यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है या किडनी यूरिक एसिड को फिल्टर नहीं कर पाती है, तो शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने लगता है।

यूरिक एसिड के बढ़ने से शरीर में पैरों और टखनों में दर्द, पैरों में सूजन, हाई ब्लड शुगर, बुखार और किडनी में पथरी जैसे लक्षण दिखने लगते हैं। यूरिक एसिड के उच्च स्तर से किडनी खराब होने का खतरा भी बढ़ जाता है। समस्या यूरिक एसिड का उत्पादन नहीं है, बल्कि इसके विकास और उत्सर्जन की समस्या है। अगर आप भी यूरिक एसिड के बढ़ने से परेशान हैं तो बाबा राम देव से जानें यूरिक एसिड को कैसे कंट्रोल करें

1. आहार में खट्टे खाद्य पदार्थों से बचें:

बाबा रामदेव के मुताबिक अगर आप यूरिक एसिड को कंट्रोल करना चाहते हैं तो खट्टे पदार्थों से परहेज करें। आहार में नींबू, अचार और खट्टे खाद्य पदार्थ यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकते हैं।

2. बोकी खाओ

गोखरू एक औषधीय पौधा है जिसका उपयोग सदियों से कई बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता रहा है। गोखरू का उपयोग गठिया के उपचार में भी किया जाता है। इसके सेवन से जोड़ों के दर्द और गठिया और मांसपेशियों के दर्द

में आराम मिलता है। इसके लिए गोखरू को निकाल कर सेवन करें। निकालने के लिए गोखरू चूर्ण, अदरक और पानी को बराबर मात्रा में उबालकर सुबह-शाम सेवन करें।

3. एड़ी का व्यायाम करें:

दोनों पैरों को जोड़ते हुए पूरे पंजे को एड़ी से धीरे से दबाएं। आगे-पीछे दबाने से एड़ी जमीन से टकराएगी। साइटिका के दर्द और घुटने के दर्द से छुटकारा पाने के लिए यह व्यायाम उपयोगी है।

4. मेथी के लड्डू खाएं:

यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए खाएं मेथी के लड्डू। जोड़ों के दर्द की समस्या में मेथी के लड्डू खाने से लाभ होता है।

मेथी के लड्डू इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं। रोजाना सुबह इसका सेवन करने से यूरिक एसिड कंट्रोल होता है।

5. यूरिक एसिड को हार्ट-लीव्स से नियंत्रित करें:

गुलावेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी और दर्द निवारक गुण होते हैं जो यूरिक एसिड के लक्षणों को कम करने में कारगर होते हैं।

गठिया को ठीक करने के लिए गुलवेल के तने का रस सबसे प्रभावी आयुर्वेदिक उपचारों में से एक है।

6. चंद्रप्रभा वटी

आयुर्वेदिक दवाएं यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मदद करती हैं। चंद्रप्रभा वटी एक ऐसी औषधि है,

जिसके सेवन से सूजन और दर्द से राहत मिलती है। चंद्रप्रभा वटी के उपयोग से कोई दुष्प्रभाव नहीं होते हैं।

Join Telegram Group Join Now
WhatsApp Group Join Now
Ads
Ads
Leave A Reply

Your email address will not be published.