क्या है पथरी होने के कारण? लक्षण और इससे छुटकारा पाने के कुछ प्राकृतिक उपाय
आज के समय में गुर्दे की पथरी एक आम समस्या हो गई है।जो सामान्यतः 18 से 50 वर्ष की आयु में होता है।महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों में पथरी की समस्या ज्यादा होती है।
कारण-
पथरी होने का मुख्य कारण कम पानी पीना, सही ढंग से खान-पान न होना, तरल पदार्थ कम मात्रा में पीना, वर्कआउट न होना आदि हो सकते हैं।
लक्षण-
भूख नहीं लगना, पेशाब कम होना, पेशाब करते समय जलन होना, पेशाब में खून का अंश आना, चक्कर आना, पेट के निचले हिस्से में दर्द होना आदि गुर्दे की पथरी होने के मुख्य लक्षण है।
आइए जानते हैं कुछ प्राकृतिक उपायों के बारे में जो गुर्दे की पथरी को दूर करने में बहुत ही लाभकारी साबित होते हैं।
- करेला का स्वाद भले ही कड़वा होता है लेकिन इसके गुण बहुत ही लाभकारी होते हैं।करेला में मैग्नीशियम और फॉस्फोरस पाया जाता है जो कि पथरी को गलाने में मदद करता है।
- सेब का सिरका को पिघलाने में मदद करता है।इसका सेवन करने से पेशाब के रास्ते से बाहर निकल आती है।इसका सेवन स्वस्थ व्यक्ति भी आसानी से कर सकते हैं क्योंकि इसके स्वास्थ्य संबंधित ढेर सारे फायदे होते हैं।
- पथरी होने पर पानी ज्यादा से ज्यादा पीना चाहिए।क्योंकि पीने से पेशाब के रास्ते से बाहर निकल आती है।लगातार पानी पीने से दोबारा पथरी होने की संभावना नहीं के बराबर रहती है।
- हो जाने पर कुल्थी दाल के पानी का सेवन करना चाहिए।कुलथी दाल को नष्ट करने के लिए रामबाण इलाज है।इसका सेवन करने के लिए कुल्थी दाल को अच्छे से धोकर साफ कर लें।अब इस दाल को रात भर पानी में भिगोकर छोड़ दें।अगले दिन इस पानी को पी लें।एक दिन में कम से कम चार बार कुलथी का पानी पीना चाहिए।ऐसा करने से कुछ ही दिनों में धीरे-धीरे घर पर पेशाब के रास्ते से बाहर निकल जाती है।
पथरी नजर अंदाज करने के मूत्रनली में बहुत बड़ी खतरा होने की संभावना रहती है।इसलिए ऐसा होने पर तुरंत ही डॉक्टर से सलाह लें।