centered image />

मिलेगा पांच गुना सुफलदायक होगा श्राद्ध पर्व क्योंकि 20 साल बाद बन रहा है यह खास संयोग

0 3,235
Join Telegram Group Join Now
WhatsApp Group Join Now

पूर्वजों के प्रति श्रद्धा अर्पण का पवित्र पर्व ‘श्राद्ध पक्ष’ भाद्रपद (भादौं) मास की पूर्णिमा तिथि तद्नुसार शुक्रवार 13 सितंबर से आरंभ होगा।

Importance Of Pitru Paksha In Life - Pitru Paksha 2019

विद्वान ज्योतिषियों के अनुसार इस वर्ष शततारका (शतभिषा) नक्षत्र में शुरू होने जा रहे पितृ व पूर्वजों की आराधना के इस पर्व में श्राद्ध करने से सौ प्रकार के पापों से मुक्ति मिलेगी। यह भी खास संयोग है कि श्राद्ध पक्ष का समापन इस वर्ष 28 सितंबर को शनिश्चरी अमावस्या के संयोग में होगा। सर्वपितृ अमावस्या पर शनिश्चरी का यह संयोग पूरे 20 साल बाद बन रहा है।

Importance Of Pitru Paksha In Life - Pitru Paksha 2019

दिल्ली में 34000 की सैलरी पाने के लिए इन असिस्टेंट टीचर / जूनियर इंजिनियर 982 पदों पर करें आवेदन – देखें पूरी डिटेल अंतिम तिथि: 15 अक्टूबर 2019

8TH और 10TH पास लोगों के लिए बिहार के इस डिपार्टमेंट ने निकाली है बम्बर वेकेंसी

ज्योतिषाचार्य के अनुसार भाद्रपद मास की पूर्णिमा से श्राद्ध पक्ष का आरंभ होगा। हालांकि पक्षीय गणना से अश्विन मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा से पितृ पक्ष बताया गया है। चूंकि पंचागीय गणना में मास का आरंभ पूर्णिमा से होता है। इसलिए पूर्णिमा श्राद्ध पक्ष का पहला दिन माना गया है।

Importance Of Pitru Paksha In Life - Pitru Paksha 2019

इसके बाद पक्ष काल के 15 दिन को जोड़कर 16 श्राद्ध की मान्यता है। इस बार पूर्णिमा पर 13 सितंबर शुक्रवार को शततारका (शतभिषा) नक्षत्र,धृति योग,वणिज करण एवं कुंभ राशि के चंद्रमा की साक्षी में श्राद्ध पक्ष का आरंभ हो रहा है।

Importance Of Pitru Paksha In Life - Pitru Paksha 2019

शास्त्रीय गणना से देखें तो पूर्णिमा तिथि के स्वामी चंद्रमा हैं। शततारका नक्षत्र के स्वामी वरुण देव तथा धृति योग के स्वामी जल देवता हैं। पितृ जल से तृप्त होकर सुख-समृद्धि तथा वंश वृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। इसलिए श्राद्ध पक्ष की शुरुआत में पंचांग के पांच अंगों की स्थिति को अतिविशिष्ट माना जा रहा है।

Importance Of Pitru Paksha In Life - Pitru Paksha 2019

मिलेगा पांच गुना सुफल:

श्राद्ध पक्ष का आरंभ शततारका नक्षत्र में हो रहा है। नक्षत्र मेखला की गणना से देखें तो शततारका के तारों की संख्या 100 है। इसकी आकृति वृत्त के समान है। यह पंचक के नक्षत्र की श्रेणी में आता है। यह शुक्ल पक्ष में पूर्णिमा के दिन विद्यमान है। इसलिए यह शुभफल प्रदान करेगा।

Importance Of Pitru Paksha In Life - Pitru Paksha 2019

श्राद्ध पक्ष में श्राद्धकर्ता को पितरों के निमित्त तर्पण पिंडदान करने से लौकिक जगत के 100 प्रकार के तापों से मुक्ति मिलेगी। वहीं वणिज करण की स्वामिनी माता लक्ष्मी हैं। ऐसे में विधि पूर्वक श्राद्ध करने से परिवार में माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होगी।

Importance Of Pitru Paksha In Life - Pitru Paksha 2019

किस दिन कौन सी तिथि का श्राद्ध:

-13 सितंबर-पूर्णिमा का श्राद्ध
-14 सितंबर-सुबह 10.30 बजे तक पूर्णिमा तिथि रहेगी। तत्पश्चात प्रतिपदा लगेगी।
-15 सितंबर- दोपहर 12.25 तक प्रतिपदा तिथि रहेगी। तत्पश्चात द्वितीया लगेगी।
-16 सितंबर-दोपहर 2.35 तक द्वितीया तिथि रहेगी। तत्पश्चात तृतीया लगेगी।
-17 सितंबर-तृतीया
-18 सितंबर-चतुर्थी
-19 सितंबर-पंचमी
-20 सितंबर-षष्ठी
-21 सितंबर-सप्तमी
-22 सितंबर-अष्टमी
-23 सितंबर-नवमी
-24 सितंबर-दशमी
-25 सितंबर-एकादशी
-26 सितंबर-द्वादशी उपरांत त्रयोदशी
-27 सितंबर-त्रयोदशी उपरांत चतुर्दशी
-28 सितंबर-सर्वपितृ अमावस्या

Join Telegram Group Join Now
WhatsApp Group Join Now
Ads
Ads
Leave A Reply

Your email address will not be published.