पश्चिम रेलवे ने मक्का लदान से हासिल किया लाखों रुपये का राजस्व
मुंबई, 25 नवम्बर,पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल की बिजनस डेवलपमेंट यूनिट ने सीहोर से मक्का का नया परिवहन हासिल किया है।
रतलाम मंडल के बिजनस डेवलपमेंट यूनिट के निरंतर प्रयासों के फलस्वरूप मेसर्स राधेश्याम ने मक्का को बैगों में भरकर 21 बीसीएन रेक में लदान किया।
इन्हें मध्य प्रदेश के सीहोर से उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर ले जाया गया। प्राप्त लदान का वजन 1332 टन है और इससे 15 लाख रुपये से अधिक का राजस्व अर्जित किया गया।
पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक आलोक कंसल ने पश्चिम रेलवे के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को अपने कामकाज में ”दर्शन के सिद्धांतों” को अमल में लाने का आह्वान किया है।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, 1 अप्रैल से 23 नवम्बर 2021 तक की अवधि के दौरान पश्चिम रेलवे ने अपनी 498 पार्सल विशेष ट्रेनों के
माध्यम से 1.96 लाख टन से अधिक वजन वाली वस्तुओं का परिवहन किया है, जिनमें कृषि उत्पाद, दवाएं, चिकित्सा उपकरण, मछली, दूध आदि मुख्य रूप से शामिल हैं।
इसके माध्यम से 69.86 करोड़ रु. से अधिक के राजस्व की प्राप्ति हुई। पश्चिम रेलवे द्वारा 83,800 टन से अधिक भार और वैगनों के 100% उपयोग के साथ 119 दूध स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं।
साथ ही विभिन्न मंडलों से 29,000 टन से अधिक भार के लदान के साथ 110 किसान रेल चलाई गई। इसी तरह, 135 कोविड-19 स्पेशल पार्सल ट्रेनें लगभग 26,000 टन अत्यावश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए चलाई गई।
इसके अलावा, 134 इंडेंटेड रेक भी 100% उपयोग के साथ चलाए गए, जिनमें लगभग 57,000 टन वस्तुओं का परिवहन किया गया।
ठाकुर ने बताया कि 1 अप्रैल से 23 नवम्बर 2021 की अवधि के दौरान पश्चिम रेलवे द्वारा मालगाड़ियों के कुल 24,698 रेक चलाये गये
और पिछले वर्ष की इसी अवधि में हुई 48.75 मिलियन टन की तुलना में इस वर्ष 54.77 मिलियन टन आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई की गई है।
52,811 मालगाड़ियों को भी अन्य क्षेत्रीय रेलवे के साथ इंटरचेंज किया गया, जिनमें से 26,426 ट्रेनों को हैंडओवर किया गया और 26,385 ट्रेनों को विभिन्न इंटरचेंज बिंदुओं पर टेकओवर किया गया।
उल्लेखनीय है कि महामारी के बावजूद पश्चिम रेलवे की किसान रेल और गुड्स एवं पार्सल ट्रेनें अत्यावश्यक वस्तुओं की आपूर्ति को जारी रखने के लिए चल रही हैं