किन्नरों की शव की दर्शन करने से आपकी हर मनोकामना होगी पूरी कैसे करें किन्नरों के शव की दर्शन
शायद आप लोगों को पता नहीं होगा कि किन्नरों की भी शादी होती है किन्नरों की शादी साल में केवल एक बार 1 दिन के लिए होती है यह शादी उनकी भगवान के ऐरावत के साथ होती है इसके साथ एक बात और भी मानी जाती है अगर कोई भी किन्नर अपने अगले जन्म में किन्नर नहीं बनना चाहता इसके लिए किन्नर माता परवँजा पूजा की पूजा करते हैं और उनसे माफी मांगते हैं कि हमें अगले जन्म में किन्नर ने बनाया जाए।इन्हीं सब कारणों के वजह से किन्नर की शव की यात्रा रात्रि को निकाली जाती है और उनके शव के दर्शन जल्दी कोई नहीं कर पाते यदि आप उनके सबके दर्शन कर लेते हैं तो आपके हर मनोकामना पूरी होती है किन्नर अक्सर मुस्लिम जाति में आते हैं।
अगर आप किन्नर की शव यात्रा जी के दर्शन कर लेते हैं तो आपके घर में कभी धन की कमी नहीं होगी लेकिन किन्नर को फिर से अगले जन्म में किन्नर ही बनना पड़ता है। ऐसा माना जाता है किन्नरों के भी एक गुरु होते हैं जिन्हें पता होता है उनकी मृत्यु कब होगी इसलिए उनके शव को रात्रि के समय चोरी चुपके से निकाला जाता है।
किन्नर हमारे शहर या गांव में घरों के आसपास ही रहते हैं लेकिन हम किन्नरों के बारे में बहुत ही कम जानते हैं किन्नर हमारे हिंदू धर्म में आते हैं। लेकिन इनके गुरु मुस्लिम होते हैं नई किन्नरों का उनके समाज में जबरदस्त स्वागत करते हैं। नाच गाने भी हुआ करते हैं