पेड़-पौधे न केवल घर की शोभा बढ़ाते हैं बल्कि आर्थिक उन्नति के द्वार भी खोलते हैं। वास्तु शास्त्र में घर में पेड़-पौधे लगाने का विशेष महत्व है। कहा जाता है कि घर के आंगन में कुछ खास तरह के पौधे या पेड़ लगाने से आर्थिक संपन्नता बढ़ती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ पेड़ ऐसे भी होते हैं जिन्हें घर के आंगन में लगाना बेहद अशुभ माना जाता है। आज हम आपको पांच ऐसे पेड़ों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें घर में लगाने से आपके जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने लगता है।
वास्तु टिप्स
पीपा का पेड़
कई त्योहारों और शुभ अवसरों पर पीपला के पेड़ की पूजा की जाती है। लेकिन वास्तु के अनुसार अगर पिप्पल का पेड़ घर के आंगन में हो तो यह घर में नकारात्मक प्रभाव लाता है और घर के सदस्यों को आर्थिक परेशानी घेर लेती है। इसलिए घर के आंगन में कभी भी पीपला का पेड़ नहीं लगाना चाहिए।
इमली का पेड़
इसी तरह घर के आंगन में इमली का पेड़ लगाने से बचना चाहिए। यह पेड़ नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार जिस व्यक्ति के घर के आंगन में इमली का पेड़ होता है उसकी आर्थिक स्थिति हमेशा अस्थिर रहती है। इतना ही नहीं इमली का पेड़ घर के सामने रखने से रिश्तों में खटास आ जाती है।
खजूर का पेड़
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के आंगन में खजूर का पेड़ नहीं लगाना चाहिए। इस पेड़ से नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है। यह घर में रहने वाले सदस्यों के जीवन में दरिद्रता लाता है। साथ ही बने-बनाए काम भी बिगड़ने लगते हैं। उन्नति में बाधाएँ उत्पन्न होने लगती हैं।
बोर्डी का पेड़
घर के सामने लगा हुआ बोरदी का पेड़ भी अशुभ माना जाता है। लंबे कांटेदार होने के कारण वास्तु के अनुसार इन्हें घर के आंगन में लगाना वर्जित माना जाता है। जिस घर में सीमा का पेड़ होता है वहां घर के सदस्यों के बीच झगड़े होने लगते हैं। घर का सुख समाप्त हो जाता है और आर्थिक संकट आने लगता है।
अंक वृक्ष
दूध यानी सफेद पदार्थ देने वाले पेड़ों को भी आंगन में नहीं रखना चाहिए। यही कारण है कि घर के आंगन में नंबर का पेड़ नहीं लगाना चाहिए। इस पेड़ को घर के सामने रखने से नकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है।