US-Germany: अमेरिका-जर्मनी ने रूस के खिलाफ हाथ मिलाया, यूक्रेन को युद्धक टैंक देने को तैयार
US-Germany: यूक्रेन -रूस युद्ध के बीच, अमेरिका और जर्मनी अब यह घोषणा करने के लिए तैयार हैं कि वह मास्को का मुकाबला करने के लिए कीव को अपने मुख्य युद्धक टैंक प्रदान करेगा। दोनों देशों के बीच शक्तिशाली हथियार मुहैया कराने को लेकर समझौता हुआ है। ऐसी संभावना है कि बुधवार को दोनों देश यूक्रेन को लेपर्ड-2 टैंक और एम1 अब्राम्स टैंक देने की घोषणा कर सकते हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक बाइडन प्रशासन के बुधवार को ऐलान करने की उम्मीद है कि वह यूक्रेन को एम1 अब्राम्स टैंक की पेशकश करेगा। जर्मनी ने इस बात पर जोर दिया कि वह ऐसे टैंक उपलब्ध कराने वाला अकेला देश नहीं बनना चाहता। वह लेपर्ड-1 सीरीज के 14 ए6 टैंक यूक्रेन भेजेगा।
अमेरिका और रूस के इस कदम से यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की की सेना को बढ़ावा मिलेगा और उन्हें नई आक्रामक क्षमताएँ मिलेंगी। क्योंकि अब यूक्रेन में लड़ाई उन शहरी केंद्रों से पूर्व की ओर स्थानांतरित हो गई है जहां 24 फरवरी को रूसी आक्रमण हुआ था।
US-Germany: उम्मीद की जा रही है कि इन टैंकों से यूक्रेन अब दूर से ही रूसी सेना पर हमला करने और रूसी हमलों का प्रतिरोध करने में सक्षम होगा। यूक्रेनी सैन्य अधिकारियों को डर है कि रूस सर्दियों के बाद यूक्रेन पर नए आक्रमण की योजना बना सकता है। उन्हें यह भी उम्मीद है कि इन टैंकों को हासिल कर वे रूस के मंसूबों को नाकाम कर सकते हैं।
अमेरिका और जर्मनी के इस फैसले से नाटो देशों के बीच की खाई को पाटने में मदद मिलेगी जो टैंक भेजने के मुद्दे पर बंटे हुए हैं। अब अन्य यूरोपीय देश भी टैंक भेजने के मुद्दे पर आगे बढ़ सकते हैं। नाटो पहले से ही रूसी राष्ट्रपति पुतिन को युद्ध के मोर्चे पर बाकी दुनिया से अलग-थलग करने की रणनीति पर काम कर रहा है।