इस मंदिर की मूर्तियों से निकलती हैं अनूठी आवाजें, जांच के बाद सामने आई सच्चाई जानने के लिए जरूर पढ़िए
बक्सर स्थित राज राजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी मंदिर. यहां की मूर्तियां आपसे बात करती है. जब वैज्ञानिकों ने इसकी खोज की तो उन्होंने भी इस बात से इनकार नहीं किया.
1. ईश्वर है या नहीं इस बात को लेकर हर शख्स का मन कभी न कभी विचार जरूर करता है. विज्ञान ईश्वर के अस्तित्व को भले ही शक की निगाहों से देखें लेकिन कुछ चमत्कार ऐसे हैं जिनकी कारणों का पता लगाने के नाम पर साइंस भी हाथ खड़े कर देता है.
2. ऐसा ही एक उदाहरण है बिहार के बक्सर स्थित राज राजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी मंदिर. यहां की मूर्तियां आपसे बात करती है. जब वैज्ञानिकों ने इसकी खोज की तो उन्होंने भी इस बात से इनकार नहीं किया.
3. यह मंदिर 400 वर्ष पुराना है. प्रसिद्ध तांत्रिक भवानी मिश्र ने करीब 400 वर्ष पहले इस मंदिर की स्थापना की थी. तब से आज तक इस मंदिर में उन्हीं के परिवार के सदस्य पुजारी बनते रहे हैं. तंत्र साधना से ही यहां माता की प्राण प्रतिष्ठा की गई है.
4. तांत्रिकों की आस्था इस मंदिर के प्रति अटूट है. कहा जाता है कि यहां किसी के नहीं होने पर भी कई तरह की आवाजें सुनाई देती हैं. राज राजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी मंदिर की सबसे अनोखी मान्यता यह है कि निस्तब्ध निशा में यहां स्थापित मूर्तियों से बोलने की आवाजें आती हैं. मध्य-रात्रि में जब लोग यहां से गुजरते हैं तो उन्हें आवाजें सुनाई पड़ती हैं.
5. वैज्ञानिकों की मानें, तो यह कोई वहम नहीं है. इस मंदिर के परिसर में कुछ शब्द गूंजते रहते हैं. यहां पर वैज्ञानिकों की एक टीम भी गई थी, जिन्होंने रिसर्च करने के बाद कहा कि यहां पर कोई आदमी नहीं है. इस कारण यहां पर शब्द भ्रमण करते रहते हैं. वैज्ञानिकों ने यह भी मान लिया है कि हां पर कुछ न कुछ अजीब घटित होता है, जिससे कि यहां पर आवाज आती है.
6. इस मंदिर में दस महाविद्याओं काली, त्रिपुर भैरवी, धुमावती, तारा, छिन्न मस्ता, षोडसी, मातंगड़ी, कमला, उग्र तारा, भुवनेश्वरी की मूर्तियां स्थापित हैं. इसके अलावा यहां बंगलामुखी माता, दत्तात्रेय भैरव, बटुक भैरव, अन्नपूर्णा भैरव, काल भैरव व मातंगी भैरव की प्रतिमा स्थापित की गई है. यहां अजीब तरह के आवाजें आती है जो कि किसी मानव की आवाजों की तरह की है. माना जाता है कि संपूर्ण अखंड भारत में जहां भी माता के शक्तिपीठ हैं वे सभी जागृत और सिद्ध शक्तिपीठ हैं.