फलों का रस है कई रोगों का इलाज
जलपान में फलों का रस लेना अत्यन्त लाभदायक होता है। सेब, गाजर, संतरा अथवा सब्जियों का मिश्रित रस एक छोटा गिलास भर नित्य लेते रहने से व्यक्ति लगभग सभी प्रकार के रोगों से बचा रह सकता हैं बाजार से फलों का रस लेते समय ध्यान रखें कि रस निकालने वाली मशीन साफ हो और जिन फलों का रस निकाला जा रहा हो, वे अच्छी क्वालिटी के हों। विशेष रूप से गन्ने का रस निकालने वाली मशीनों की स्वच्छता की ओर दुकानदार कम ध्यान देते हैं। इसके अलावा वे गन्ने भी दागदार एवं छिद्रयुक्त लगाते हैं। गन्ना अच्छी क्वालिटी का होना आवश्यक हैं। मशीन में लगाने से पूर्व उसे शुद्ध जल से धुलावा लेना चाहिए।
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मशीन में नीबू न डलवाकर बाद में गन्ने के रस में निचुड़वाना चाहिए। इन सावधानियों का ध्यान न रखने पर बाजार की दुकानों से मिलने वाला फलों का रस लाभ देने के बजाय अनेक प्रकार के रोगों को जन्म देने का कारण बन जाता हैं। गन्ने का रस निकालने के लिए लकड़ी की हाथ से घुमाई जाने वाली स्वच्छ मशीन सर्वश्रेष्ठ रहती हैं। फलों का रस निकालने वाली मशीनों में ग्रीस का उपयोग करने से उसकी सूक्ष्म मात्रा रस में मिल जाती है जो हानिकारक होती है। अतः सबसे अच्छा उपाय यह है कि आप घर में अपनी मिक्सी को भली प्रकार साफ कर उसमें ही फलों का रस निकालें।