आज 14 सितंबर 2020 को हिंदी दिवस : क्यों मनाया जाता है ये दिन, कैसे हुई शुरुआत
Hindi Day 2020 : भारत के बाहर, हिन्दी बोलने वाले संयुक्त राज्य अमेरिका में 648,983, मॉरीशस में 685,170, दक्षिण अफ्रीका में 890,292, यमन में 232,760, युगांडा में 147,000, सिंगापुर में 5,000, नेपाल में करीब 8 लाख, न्यूजीलैंड में 20,000, जर्मनी में 30,000 हैं. 20 से ज्यादा देशों में हिंदी भाषा का इस्तेमाल किया जाता है।
पूरे विश्व में बोली जाने वाली भाषाओं में हिंदी का चौथा स्थान है। हिंदी भाषा पर अंग्रेजी के शब्दों का भी बहुत अधिक प्रभाव हुआ है और कई शब्द प्रचलन से हट गए और अंग्रेजी के शब्द ने उनकी जगह ले ली है।
भारत में हिन्दी भाषी राज्यों की आबादी 46 करोड़ से अधिक है। 2011 की जनगणना के मुताबिक भारत की 1.2 अरब आबादी में से 41.03 फीसदी की मातृभाषा हिंदी है।
सात भाषाएं ऐसी है जिनका इस्तेमाल वेबएड्रस बनाने में किया जाता है, उनमें से हिंदी एक है. हिंदी की लोकप्रियता का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते है की हर साल इंटरनेट पर हिंदी कंटेंट की मांग 94 फीसद बढ़ रही है.
. विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी को मनाया जाता है। इसकी शुरुआत महाराष्ट्र के नागपुर से 1975 में हुई थी। वर्ष 2006 में इसे आधिकारिक दर्जा और वैश्विक पहचान मिली।
हिंदी शब्द मूल रूप से फारसी से उत्पन्न हुआ है। यह सिंधी सभ्यता से आए शब्द सिंध का अपभ्रंश है जो कालांतर में हिंद हो गया।
हिन्दी दिवस: जानें- क्यों मनाया जाता है ये दिन, कैसे हुई शुरुआत
14 सितंबर, 1949 के दिन हिन्दी को राजभाषा का दर्जा मिला था. तब से हर साल यह दिन ‘हिन्दी दिवस’ के तौर पर मनाया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि हिन्दी दिवस क्यों मनाया जाता है? इसके पीछे एक वजह है. आइए जानते हैं…
1918 में महात्मा गांधी ने हिंदी साहित्य सम्मेलन के दौरान हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए घोषणा की थी उस समय गांधीजी ने हिंदी को जनमानस की भाषा भी कहा था।
1949 में स्वतन्त्र भारत की राजभाषा के प्रश्न पर 14 सितंबर 1949 को काफी विचार-विमर्श के बाद यह निर्णय लिया गया जिसे भारतीय संविधान के भाग 17 के अध्याय की धारा 343(1) में बताया गया है कि राष्ट्र की राज भाषा हिन्दी और लिपि देवनागरी होगी। क्योंकि यह निर्णय 14 सितंबर को लिया गया था। इसी वजह से इस दिन को हिन्दी दिवस के रूप में घोषित कर दिया गया।