पढते समय नींद से बचने के लिए यह करे उपाय -100℅ कारगर सिद्ध
नींद आने पर क्या करें !
यह एक बहुत ही आम समस्या है। जैसे ही हम पढ़ने बैठते हैं नींद आने लग जाती है। और पढ़ने मे मन लगना भी बंद हो जाता है। यह स्थिति बच्चों के अंदर सबसे अधिक आती है। नींद आने पर कुछ समय तो जबरदस्ती पढ़ने की कोशिश करते हैं किंतु अंत मे उनको सोना ही पड़ता है। यह कोई एक दिन की समस्या नहीं है। वरन रोज जैसे ही बच्चे पढ़ने बैठते हैं नींद आने लग जाती है। वे चाहकर भी अपना पाठ याद नहीं कर पाते और उनके पास इस समस्या का कोई स्थाई समाधान भी नहीं होता। वैसे पढ़ते समय नींद आने के कई कारण हो सकते हैं किंतु यदि आप रोज भरपूर नींद लेते हैं और पढ़ने बैठते ही दूबारा नींद आने लगती है तो यह रोगगत समस्या हो सकती है। इसके समाधान हेतु आप निम्न टिप्स का अनुशरण कर सकते हैं-
1. कम रौशनी में कभी ना पढ़ें :
ऐसी स्थिति से बचने के लिए अपने स्टडी रूम को पूर्णतः प्रकाशमान रखें.
2. बैड पे लेटकर पढ़ने से बचें :
इसलिए पढ़ाई करते समय हमेशा कुर्सी पर सही ढंग से पीठ सीधी रखकर ही बैठें ही। यदि आप कुर्सी पर बैठे है तो भी अपने हाथ या पाँव कुछ-कुछ समय अंतराल पर हिलाते रहे। इससे आपके शरीर में सुस्ती नहीं आएगी और सक्रियता बनी रहेगी।
3. रोजाना करें पढ़ाई :
अतः रोजाना पढ़ते रहें और पढ़ाई को बोझ और बोरियत न बनने दें। रोजाना न पढ़ना भी नींद आने का एक कारण है।
4. पढ़ाई करते वक्त हमेशा नोट्स बनाएं :
जब भी आप पढ़ने बैठो आप जो भी पढ़ रहे हो साथ-ही-साथ उस टॉपिक का नोट्स भी बनाते चले। आपको सम्पूर्ण सार एक जगह ही मिल जाएगा। आपको इसे पढ़ते वक्त नींद भी नहीं आएगी।
5. नींद आने पर चाय-कॉफी पिएं :
अगर आप पढ़ने बैठते हो और पढ़ते वक्त थकावट और नींद आना शुरू हो जाये तो ऐसे में कॉफी/चाय लेने से भी आप तरोताजा हो जाते है। कॉफ़ी/चाय पीकर आप पढ़ते वक्त नींद दूर भगा सकते हैं।
6. नींद आने पर चलते-चलते या बोलकर पढ़े :
अगर बैठ कर पढ़ते-पढ़ते आपको नींद आना शुरू हो जाये तो ऐसे में आप खड़े हो जाये और टहलते हुए पढ़ें।
7. पढ़ने में रुचि लें
आप नींद आने के वक्त अपने रुचिकर विषय का अध्ययन करें
मुझे आशा है आप पढ़ते समय नींद से कैसे बचें के तहत प्राप्त आवश्यक जानकारियों से परिचित हुए होंगे और यह तथ्य आपकी सफलता में भी सहायक होंगे। तो एकाग्रचित्त होकर पढ़ाई में जुट जाइए और तब तक न रुकें जब तक मुक़ाम हासिल न हो जाए।