तकिए के नीचे ताला रखने का यह सरल उपाय खोल सकता है आपकी किस्मत का ताला
हमारे हिन्दू शास्त्रों में दिए गए उपाय हमें जीवन की कई परेशानियों से बचाते हैं और सभी प्रकार के दुःख-दर्द को खत्म भी कर देते हैं। इसी उपायों में एक है तकिए के नीचे ताला रखने का उपाय। यह उपाय आपके जीवन से हर प्रकार की विघ्न-बाधा दूर करके आपको अपार धन और संपंन्नता दे सकता है। तो चलिए जानते है इस उपाय के बारे में…
किसी भी शुभ महूर्त या पंचाग के अनुसार किसी शुभ दिन में संध्या के समय दुकान से नया स्टील का ताला खरीदकर घर लाएं। ताला आकार में बड़ा या छोटा हो तो कुछ नहीं। ध्यान रखे के की आप घर में रखा कोई भी नया या पुराना ताला इस्तेमाल नहीं कर सकते। ताला खरीदने से पहले या बाद में इसे खोलकर ना देखें और ना ही दुकानदार को इसे खोलकर देखने दें।
इसके बाद घर आकर स्नान करें और साफ-सुथरे धुले हुए कपड़े पहनें। स्नान के बाद अपने घर के पूजा स्थल में माता लक्ष्मी की प्रतिमा या तस्वीर के सामने इस ताले को रख दे। ताले के सामने धूप-बत्ती और गाय के घी का दीपक रखे। इसके बाद लक्ष्मी जी की आरती-स्तुति का पाठ करें।
पूजा-आरती पूर्ण होने के बाद परिवार के सभी सदस्यों को आरती देकर, इस ताले को इसके डब्बे समेत उठाकर उस तकिए के नीचे रखें जिसपर आप सिर रख कर सोते हों। इस बात का ध्यान रहे की रात में सोते समय ताला गलती से भी नीचे ना गिरे।
यदि ताला सोने के दौरान नीचे गिर गया, तो यह कार्य विफल हो जाएगा और अपको दुबारा शुरु से यह क्रिया करनी पड़ेगी। अब दूसरी सुबह ब्रह्ममुहूर्त में उठकर, स्नानादि कर्म करके, एक बार फिर धूप-बत्ती और घी का दिया जलाते हुए लक्ष्मी माता की आरती-स्तुति करते हुए ताले की पूजा करें। साथ में घर में बना कोई भी पीला मिष्ठान प्रसाद में चढ़ाएं।
परिवार के सभी सदस्यों को आरती दें। इसके बाद सभी सदस्य इस ताले को इसके डब्बे समेत माथे से लगाकर प्रणाम करें ये आवश्यक है। अब ताले को लेकर नजदीक के किसी लक्ष्मी मंदिर में जाएं। मंदिर में माता लक्ष्मी जी की मूर्ति के चरणों में प्रसाद समेत ताला चढ़ाएं और वहां उपस्थित सभी लोगों को यह प्रसाद बाट दें। माता रानी के चरणों में चढ़ाया हुआ ताला वहीं छोड़कर घर आ जाएं।
जिस भी दिन यह ताला खुला, उसी दिन से समझिए आपके किस्मत का ताला भी खुल गया। आप महसूस करेंगे कि अचानक ही भाग्य आपका साथ देने लगा है। आपके सारे काम अपने आप बनने लगे हैं। आपको फिर कभी धन-धान्य की कमी नहीं होगी।