नौजवानों के लिए यह नाश्ता है सबसे शक्ति वर्धक
25 ग्राम देसी काले चने लेकर अच्छी तरह साफ कर लें| मोटे पुष्ट चनों को चुनकर साफ कर के कीड़े या डंक लगे व टूटे चने निकाल कर फेंक दे| संध्या समय 125 ग्राम जल में इन्हें भिगो दें प्रातः शौच एवं व्यायाम के बाद भीगे चनों को अच्छी प्रकार चबाकर खाएं और ऊपर से चनो का पानी वैसे ही अथवा उसमें एक दो चम्मच शहद मिलाकर पी जाएं देखने में साधारण योग है किंतु शरीर को बल और स्फूर्ति प्रदान करने में बहुत प्रभावशाली है|
विशेष-
(1)व्यायाम के बाद रात के भीगे हुए चने,चने का पानी सहित नियमित रूप से सेवन करने से आपका स्वास्थ्य बना रहेगा|
(2) सावधानी- जिनकी पाचन शक्ति अति दुर्बल हो या चना खाने से पेट में अफारा आता हो उन्हें जनों का सेवन नहीं करना चाहिए|
(3) अंकुरित चना- अंकुरित चने खाएं जाए तो विशेष लाभप्रद है|अंकुरित चना धातुपौष्टिक, मांसपेशियों को सुदृढ़, शरीर को वज्र के सदृश बनाने वाला तथा प्राय: समस्त चर्म रोग नाशक है| विटामिन C की प्रचुरता वाला यह नाश्ता वजन बढ़ाता है, खून में वृद्धि करता है और उसे साफ करता है इसके अलावा अंकुरित चने का सेवन फेफड़े को मजबूत करता है, रक्त में कोलेस्ट्रॉल कम करता है और दिल की बीमारियां दूर करने में सहायक होता है|
चने अंकुरित करने की विधि- अंकुरित करने के लिए चनों को अच्छी तरह साफ करके इतने पानी में भिगोने हैं कि उतना पानी उसमें शोषित हो जाए|प्रातः काल पानी में भिगो दें और रात्रि में किसी साफ मोटे गीले कपड़े या उसकी थैली में बांधकर लटका दें तथा गर्मी में 12 घंटे और शीतकाल में 18 से 24 घंटों तक भिगोने के बाद गीले कपड़े में बांधने से दूसरे तीसरे दिन उसमें अंकुर निकल आते हैं| गर्मी में थैली पर आवश्यकतानुसार पानी छिड़कते रहना चाहिए इस प्रकार चने अंकुरित हो जाएंगे अंकुरित चनों का नाश्ता एक उत्तम टॉनिक है