ग्वालियर चम्बल में कांग्रेस की तरफ से लड़ सकती है प्रियदर्शिनी राजे समेत ये महिलाएं
ग्वालियर: चम्बल संभाग में लोकसभा की चार सीटें हैं- ग्वालियर, गुना-शिवपुरी, मुरैना-श्योपुर और भिंड-दतिया. अब तक किसी भी चुनाव में कांग्रेस ने किसी भी महिला को इनमें से किसी भी सीट पर उम्मीदवार नहीं बनाया है, जबकि भाजपा की ओर से राजमाता स्व श्रीमती विजयाराजे सिंधिया ग्वालियर व गुना दोनों जगहों से सांसद रहीं. उनका पुत्री और पूर्व मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे भी ग्वालियर से सांसद रहीं, लड़ी तो भिंड से भी. भिंड से स्व. रानी साहिब लहार भी सांसद रहीं. मुरैना से तो इनमें से किसी भी दल ने महिला को उम्मीदवार नहीं बनाया.
किंतु, अब इस बार होने जा रहे चुनाव में मुरैना को छोड़ बाकी तीनों सीटों पर कांग्रेस से महिला उम्मीदवारों के नाम सामने आ रहे हैं. कहीं कार्यकर्ताओं की तरफ से, कहीं स्वयं प्रयासरत नेत्रियों की तरफ से तो कहीं हालातों की तरफ से.
गुना व ग्वालियर में कुछ दिनों से कांग्रेस कार्यकर्ता गुना सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शिनी राजे को चुनाव लड़ाने की मांग कर रहे हैं. बता दें कि श्रीमती राजे वैसे भी गुजरात के गायकवाड़ राज परिवार की बेटी हैं.
सूत्रों की मानें तो ग्वालियर से दिल्ली व भोपाल में श्रीमती समीक्षा गुप्ता के नाम की भी चर्चा है. वह भाजपा से महापौर रह चुकी हैं, टिकट न मिलने पर भाजपा छोड़कर हाल ही में विधान सभा चुनाव लड़ चुकी हैं. उनके ससुर नरेश गुप्ता पूर्व में जनता पार्टी सरकार में मंत्री रहे और जनसंघ के समय से भाजपाई हैं.
इस तरह गुना से बतौर महिला प्रत्याशी कांग्रेस से एक नाम केवल श्रीमती राजे का और ग्वालियर से दो नाम सामने आ रहे हैं, श्रीमती राजे व श्रीमती गुप्ता. इसी तरह भिंड से भी कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर दो महिलाओं के नाम चर्चा में हैं- संजू जाटव और डॉ सीमा महंत. एक नाम श्रीमती अनीता चौधरी का भी सुना जा रहा है.
श्रीमती संजू भाजपा से भिंड जनपद की अध्यक्ष रहीं हैं किंतु, कहते हैं भाजपाइयों ने ही उन्हें षडयंत्रपूर्वक पद से हटाया, यही नहीं सूबे में भाजपा सरकार थी लेकिन, उनकी एक न सुनी गई, इससे नाराज संजू भाजपा के सबक सिखाना चाहती हैं.चर्चा है कि, वह कांग्रेस के साथ ही बसपा के भी सम्पर्क में है. उनका लड़ना तय माना जा रहा है, क्षेत्र में चर्चा है कि कांग्रेस का टिकट न मिला तो बसपा का तो वह खरीद ही लेंगी.
भिंड से डॉ सीमा महंत का नाम भी काफी चर्चा में है. वह सीधे तौर पर तो हालांकि राजनीति में नई हैं लेकिन उनके दोनों परिवार (मायका व ससुराल) राजनीतिक हैं. दिग्विजय सिंह सरकार में गृहमंत्री रहे महेन्द्र बौद्ध की भतीजी और छत्तीसगढ़ विधान सभा अध्यक्ष डॉ चरण दास महंत के भतीजे की पत्नी. डॉ सीमा ने हाल ही में मेडीकल कॉलेज के प्रोफेसर पद से इसी उद्देश्य से इस्तीफा दिया है.