centered image />

डिप्रेशन से बचने के लिए खानी चाहिए यह चीजें

0 656
Join Telegram Group Join Now
WhatsApp Group Join Now

आपकी संघर्ष जिंदगी के बढ़ते प्रभाव के कारण आपकी चिंता एक बहुत बड़ी परेशानी बन जाती है। चिंता को हम के सकते है हद से ज्यादा डिप्रेशन, तड़पना, घबराहट होना। एक आपकी अच्छे से ज़िन्दगी जीने में प्रभाव डालता है। यह आपके निर्णय लेने की क्षमता को बिगाड़ सकता है। इसको रोकने में बहुत समय लगता है और कुछ लोगो के अंदर तो हमेशा के लिए रह जाती है एक दुखी भावना के साथ। जो व्यक्ति इस समस्या से जूझ रहे होते है वो अकेले रहना ही पसंद करते हैं?

डिप्रेशन यानी निराश या दबाब

Image Credit: HuffingtonPost

डिप्रेशन का मतलब है धीमा और उदास महसूस करना। लेकिन डिप्रेशन उदासी से कुछ ज्यादा ही हो। यह हमारी रोजमर्रा की गतिविधियों और आपकी ज़िंदगी मे दखल देता है। धीरे धीरे निराशा और लाचारी की भावना को इतना बड़ा देता है कि इससे रोकना मुश्किल हो जाता है। इन्ही गलतियों के कारण एक इंसान अपने आपको नुक्सान भी पहुँचा सकता है।

इंसोमिया

Image Credit: health

अपने भी बहुत लोगों के मुँह से सुना होगा कि उन्हें नींद न आने की परेशानी है।
हमे भी पता है कि सब कुछ अच्छा होने वाला होता है तभी हमारी नींद उड़ जाती है लेकिन इंसोमिया अच्छे ख्यालों से उड़ने वाली दिमागी बीमारी नहीं है बल्कि इसका उल्टा है इसमे तनाव और निराशा की वजह से नींद नहीं आती।

भोजन संबंधी परेशानियां

भूख का लगना और असामान्य भोजन संबंधी आदतें। लेकिन यह सब परेशानियां जब होती जब तनाव हद से ज्यादा बढ़ जाता है। फिर एक परेशानी भी है जिसमें लोग चाक पत्थर, मिट्टी खाते हैं और कुछ तो ऐसे ही परेशानी होती है जिसमें लोग पतले होने के चक्कर में कुछ खाते ही नहीं हैं या ज़रूरत से ज्यादा खा लेते है फिट उल्टी कर देते हैं।

अब कुछ घरेलू उपाय जिससे आप इन मनोवैज्ञानिक मामलों में काबू पा सकते हैं।

आहार संबंधी बदलाव

हमारा स्वभाव या मन हमारे खाने के साथ साथ चलते है। हमारा एक भी पल ऐसा नहीं जाता जिसमें हमने अपने किसी भी अच्छी चीज को खाने के साथ जश्न न बनाया हो। लेकिन हमारा खाना बस हमारी भूख मिटाने और स्वाद के लिए नहीं होता उसके कुछ और भी फायदे है।

हम खाना अपनी अच्छी सेहद के लिए खाते है ना कि सिर्फ अपने पेट को भरने के लिए। ऐसे बहुत सारे व्यंजन है जो हमारे मन को बदल सकते है, डिप्रेशन को भी काम कर सकते है और बेचैनी और तनाव को भी संभाल सकते है। जो हमें बीच बीच में भूख लगती है ना उसको भी बढा़ कर सकते है।

जैसे
भूरे चावल, भूरा पास्ता, गेंहू के आटे से बना ब्रेड
दही, दूध, केले
मछली, सारी हरी सब्ज़ियां
मछली का तेल, सलमान
हम सबकी पसंदीदा मिठाइयाँ

Join Telegram Group Join Now
WhatsApp Group Join Now
Ads
Ads
Leave A Reply

Your email address will not be published.