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ये आदतें बढ़ा रही हैं कैंसर का खतरा

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विश्व कैंसर दिवस 4 फरवरी को मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मकसद लोगों में कैंसर के प्रति जागरुकता पैदा करना है. हर साल लाखों लोग किसी न किसी कैंसर से मर जाते हैं। कैंसर का खतरा इस कदर बढ़ चुका है कि यह एक महामारी की तरह बनता जा रहा है। हालांकि कैंसर का कोई एक कारण नहीं है, जीवनशैली में बदलाव कैंसर के लिए काफी हद तक जिम्मेदार हैं। जिसके बारे में सभी को जानना जरूरी है।

शारीरिक गतिविधि का अभाव

आज की लाइफस्टाइल में फिजिकल एक्टिविटी सबसे कम हो गई है। जिससे फेफड़ों का कैंसर और अन्य कैंसर हो रहे हैं। शारीरिक गतिविधि का मतलब बहुत अधिक व्यायाम करना नहीं है, बल्कि प्रतिदिन आधे घंटे बगीचे में काम करना भी शारीरिक गतिविधि हो सकती है।

मोटापा

मोटापे के कारण कई लोगों को कैंसर होने का खतरा रहता है। ब्रेस्ट कैंसर, रेक्टल कैंसर, कोलन कैंसर, पैंक्रियाटिक कैंसर, किडनी कैंसर के शिकार ज्यादातर लोग मोटे होते हैं। शरीर में अतिरिक्त वसा कोशिकाएं एस्ट्रोजन और इंसुलिन बनाती हैं। जिससे कैंसर जन्म लेता है।

खाने की गलत आदतें

हालांकि खान-पान को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। लेकिन लोग सबसे ज्यादा बाहर का तला हुआ और पैकेज्ड खाना खाना पसंद करते हैं। कैंसर के खतरे को कम करते हुए आहार में फल, पत्तेदार सब्जियों को शामिल करना चाहिए। हरी सब्जियां, अनाज, फलियां जरूर शामिल करें। इसके साथ थोड़ी मात्रा में मीट और रेड मीट भी रखें।

सूर्य त्वचा कैंसर का कारण बनता है

अगर आप ज्यादा धूप में रहते हैं तो स्किन कैंसर होने का खतरा रहता है। टैनिंग और सनबर्न न सिर्फ खूबसूरती बल्कि सेहत को भी खराब करते हैं। अगर आपको धूप में निकलना ही है तो थोड़ी सावधानी के साथ धूप में जाएं। मसलन, सनस्क्रीन लगाएं, छाता लेकर जाएं, सीधी धूप में न बैठें। साथ ही धूप के चश्मे की मदद से अपनी आंखों को सुरक्षित रखें।

शराब पीना और धूम्रपान करना

शराब पीना और धूम्रपान करना कैंसर का सबसे बड़ा कारण है। जिससे आप न सिर्फ अपने शरीर को बल्कि अपने आसपास के लोगों को भी नुकसान पहुंचाते हैं। सेकेंडहैंड धूम्रपान अन्य लोगों को भी फेफड़ों के कैंसर के खतरे में डालता है।

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