अस्थमा के मरीजों के लिए फायदेमंद हैं ये फूड, जानिए अभी
दिन प्रतिदिन बढ़ते हुए प्रदूषण के स्तर का बुरा प्रभाव हमारी सेहत पर देखने को मिल रहा है। वायु प्रदूषण न सिर्फ वातावरण को प्रदूषित करता है बल्कि यह हमारे लिए कई बीमारियों की जड़ भी है। इसका कारण फेफड़ों से संबंधित रोग हैं। अस्थमा, सांस फूलना और एलर्जी जैसे रोगों का कारण स्मोग और प्रदूषण है। प्रदूषण से हमारे फेफड़ों को होने वाले नुक्सान से बचाने बचाने के लिए हम आपको कुछ फूड बताने जा रहे हैं जिनसे अस्थमा को कंट्रोल करने में मदद मिलेगी।ओमेगा-3 फैटी एसिड
ओमेगा-3 फैटी एसिड केवल हमारे फेफड़ों के लिए ही नहीं बल्कि हमारे स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद है। साथ ही ओमेगा-3 फैटी एसिड का सेवन अस्थमा के मरीजों का स्वास्थ्य भी सुधारता है। इसलिए इसे फेफड़ों की सेहत के लिए सबसे अच्छा फूड माना जाता है।
कैरोटीनॉयड
फेफड़ों के स्वास्थ्य के लिए कैरोटीनॉयड बहुत जरूरी तत्व है। यह एंटी-ऑक्सीडेंट व्यक्ति को फेफड़ों के कैंसर से बचाता है। अपने फेफड़ों के लिए कैरोटीनॉयड की जरूरत को पूरा करने के लिए गाजर, शकरकंद, टमाटर व हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं।
फोलिक एसिड
हमारा शरीर फोलेट को फोलिक एसिड में बदलता है। फोलेट हमारे फेफड़ों से कैंसर पैदा करने वाले तत्वों को हटाता है। पालक, ब्रोकोली, शतावरी, मसूर की दाल में फोलेट मोजूद होता है।
विटामिन सी
विटामिन सी वाले फलों में भरपूर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। यह एंटी-ऑक्सीडेंट सांस लेते समय शरीर के अन्य हिस्सों में ऑक्सीजन प्रदान करने में मदद करते हैं। इसके लिए संतरे, नींबू, टमाटर, कीवी, अंगूर, स्ट्रॉबेरी, अनानास व आम का सेवन करें।
लहसुन
लहसुन में मोजूद एलिसीन नामक तत्व हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है। लहुसन में मोजूद एंटी-ऑक्सीडेंट गुण शरीर व फेफड़ों से विषैले पदार्थों को दूर करने में मदद करता है। इसके अलावा यह संक्रमण से भी लड़ता है और फेफड़ों की सूजन को घटाता है। लहसुन अस्थमा के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद खाद्य पदार्थ है।
बेरी
बेरी में आप ब्लूबेरी, रास्पबेरी और ब्लैकबेरी का सेवन कर सकते हैं। इन सभी बेरियों में फ्लेवोनॉयड, फैरोटीनॉयड, लुतिन और जीजांतिन जैसे एंटी-ऑक्सीडेंट मोजूद होते हैं। यह सभी एंटी-ऑक्सीडेंट आपको कैंसर से बचाने के लिए फेफड़ों में जमे कार्सिनोजेन को हटाते हैं और फेफड़ों के संक्रमण का खात्मा करते हैं।