भोजन करते समय पानी पीने से होती है अनेक बीमारियां, जानने के लिए इसे जरूर पढ़ें
भोजन करते समय लोग अक्सर छोटी-छोटी बातों को ध्यान नहीं देते हैं और यही गलती उसके लिए बाद में नुकसान देह हो जाता है।
आइये आज हम लोग इसी के बारे में जानते हैं –
भोजन करते समय पानी पीने से पेट मे कई बीमारी पैदा हो जाती है।
शरीर के मोटापा का एक कारण खाते समय पानी पीना भी है, यदि आप खाने खा रहे हैं तो उस समय बिना आवश्यकता के पानी नहीं पीना चाहिए।
बात ऐसी है की हमारा जो शरीर है शरीर का पूरा केंद्र है हमारा पेट , ये पूरा शरीर चलता है पेट की ताकत से और पेट चलता है भोजन की ताकत से, जो कुछ भी हम खाते है वो ही हमारे पेट की ताकत है।
आप की रसोई गेस की आग है ना की जेसे आपने स्विच ओन किया आग जल गयी| ऐसे ही पेट मे होता है जेसे ही आपने खाना खाया की जठराग्नि प्रदीप्त हो गयी।
यह ऑटोमेटिक है,जेसे ही अपने रोटी का पहला टुकड़ा मुँह मे डाला की इधर जठराग्नि प्रदीप्त हो गई|ये अग्नि तब तक जलती हे जब तक खाना पचता है |
आपने खाना खाया और अग्नि जल गयी अब अग्नि खाने को पचाती है|
अब अपने खाते ही गटागट पानी पी लिया और खूब ठंडा पानी पी लिया| और कई लोग तो बोतल पे बोतल पी जाते है | अब होने वाला एक ही काम है जो आग (जठराग्नि) जल रही थी वो बुझ गयी| आग अगर बुझ गयी तो खाने की पचने की जो क्रिया है वो रुक गयी|अब हमेशा याद रखें खाना पचने पर हमारे पेट मे दो ही क्रिया होती है |
एक
क्रिया है जिसको हम कहते हे Digation और दूसरी है fermentation| फर्मेंटेशन का मतलब है सडना और डायजेशन का मतलब हे पचना|
भोजन के समय पानी पीने से यह पेट की सतह द्वारा सोख लिया जाता है। यह प्रक्रिया तब तक चलती रहती है जब तक कि पेट में पाचन के लिए जरूरी द्रव्य
इतने अधिक गाढ़े न हो जाएं कि वे भोजन को पचा सकें। लेकिन खूब सारे पानी पीने के कारण यह द्रव्य पेट में मौजूद भोजन से भी अधिक गाढ़ा हो चुका होता
है, ऐसे में भोजन पचाने के लिए पेट में गैस्ट्रिक जूस बनना शुरु हो जाता है। परिणामस्वरूप भोजन नहीं पचता और सीने में जलन होती है।
यदि आप ये बातें सोच रहें हैं कि खाना खाने के कितनी देर बाद पानी पी रहें हैं तो कम से कम 30 मिनट से पहले पानी नहीं पीना चाहिए।