शिवलिंग पर चढ़ाए यें चीजें इनके अर्पण, से पूरी होगी हर मुराद
आपको पता होगा कि हिंदू शास्त्रों और पुराणों में भगवान शिव को त्रीदेवों में सबसे उत्तम स्थान दिया गया है। भगवान शिव को सर्व शक्तिमान के साथ साथ भोले नाथ भी कहा गया है। भोलेनाथ अपने भक्तों से बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। लेकिन, उन्हें प्रसन्न करना हर किसी के बस की बात नहीं होती
लेकिन अगर श्रध्दा और पूरे विधि-विधान से उनकी पूजा-अर्चना की जाए तो अवश्य ही वो अपने भक्तों से बहुत जल्दी प्रसन्न होते है। और उनकी हर मनोकामनाओ को पूरी करते हैं। आज में आपको ऐसे उपायों और नियमों के बारे में बताने वाले है जिसके जरिए आप भगवान शिव की अराधना कर उन्हें प्रसन्न कर उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं और अपनी तकलीफों से निजात पा सकते है |
कभी भूलकर भी न करे इन चीज़ो से शिव कि पूजा |
1) हल्दी- शास्त्रों के अनुसार शिवलिंग पुरुषत्व का प्रतीक है, इसी वजह से महादेव को हल्दी नहीं चढ़ाई जाती।तो
कभी भी शिवजी की पूजा में हल्दी नहीं चढ़ाई जाती।
2) फूल– शिव को केतकी और केवड़े के फूल चढ़ाना वर्जित है।
3) शंख- शिव जी ने शंखचूर नामक असुर का वध किया था इसलिए शंख भगवान शिव की पूजा में वर्जित है।
4) नारियल पानी– कभी भी नारियल पानी से भगवान शिव का अभिषेक नहीं करना चाहिए। नारियल लक्ष्मी मां
का स्वरूप माना जाता है |
5) तुलसी दल– शास्त्रों के अनुसार तुलसी का पत्ता भी भगवान शिव को नहीं चढ़ाना चाहिए।
बेहद प्रिय है भगवान शिव को ये चीजें,इन चीज़ो से शिव कि पूजा
1) केसर – दोस्तों, शिवलिंग पर केसर अर्पित करें। ऐसा करने से व्यक्ति को सौम्यता मिलती है।
2) दूध – दोस्तों, शिवलिंग पर दूध अर्पित करने से स्वास्थ्य सदैव अच्छा रहता है अौर बीमारियां दूर होती हैं।
3) भांग – दोस्तों, भगवान शिव को भांग अर्पित करें। ऐसा करने से व्यक्ति की कमियां अौर बुराइयों का नाश
होता होता है।
4) चंदन – दोस्तों, भगवान शिव को चंदन प्रिय है। भोलेनाथ को चंदन अर्पित करने से व्यक्तित्व आकर्षक होता है।
इसके साथ ही व्यक्ति को समाज में मान-सम्मान अौर यश मिलता है।
कैसे करें शिव अराधना : दोस्तों, जिस दिन शिव पूजन करना चाहते हैं, उस दिन सुबह स्नान आदि करके घर के
मंदिर या किसी शिव मंदिर जाएं। हो सके तो सोमवार के दिन जाये |
१) मंदिर पहुंचकर भगवान शिव के साथ माता पार्वती और नंदी को गंगाजल अर्पित करें।
२) जल अर्पित करने के बाद शिवलिंग पर चंदन, चावल, बिल्वपत्र, आंकड़े के फूल और धतूरा चढ़ाएं।
और यदि हो सके तो शिव आराधना में इस मंत्र का जप करे |
“मन्दारमालांकलितालकायै कपालमालांकितशेखराय।
दिव्याम्बरायै च दिगम्बराय नम: शिवायै च नम: शिवाय।।”