क्रिकेट के गब्बर कहे जाने वाले शिखर धवन की कहानी, कैसे बने वह गब्बर?
वह कहते हैं, न जब-जब प्रतिभा को सही अवसर मिला है तो सफलता की कहानी अपने-आप ही लिख जाती है। कुछ ऐसा ह हुआ है लंबे वक्त तक घरेलू क्रिकेट में अपनी धाक जमाने वाले शिखर धवन की। शानदार बल्लेबाजी के बावजूद शिखर धवन को भारतीय टीम में जगह बनाने में काफी समय लग गया, लेकिन जब जगह मिली। तो वह क्रिकेट के हर फॉर्मेट में एकदम हिट साबित हुए।
शिखर धवन का जन्म
शिखर धवन का जन्म 5 दिसंबर 1985 को दिल्ली में हुआ था। वहीं उनके पिता ने बचपन में ही उनकी क्रिकेट प्रतिभा को देखते हुए उन्हें कोचिंग दिलवा दिया और शानदार ट्रेनिंग के दम पर वह खुद को निखारते चले गए।
धवन ने घबराकर क्रिकेट छोड़ने का फैसला किया
शिखर धवन के शानदार बल्लेबाजी को देखते हुए 2010 में उन्हें पहली बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत के लिए वनडे खेलने का मौका मिला। लेकिन इस मैच में शिखर धवन दूसरी ही गेंद पर बिना खाता खोले आउट हो गए और उन्हें टीम से निकाल दिया गया, इसके बाद एक बार फिर धवन साल 2011 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ भारतीय टीम के लिए वापसी करते नजर आए। लेकिन एक बार खराब फॉर्म के कारण उन्हें टीम से बाहर का रास्ता दिखला दिया गया। शिखर धवन के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सफलता अब भी काफी दूर था और इस बीच उनके अंदर असफलता घर करने लगी थी। शिखर धवन को नजदीक से जानने वाले कहते हैं, कि धवन अपने असफलता से घबराकर क्रिकेट छोरने का फैसला तक कर चुके थे।
धुआंधार बल्लेबाजी कर वापसी की
शिखर धवन ने एक बार फिर अपने आपको एकजुट कर साल 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय टीम में वापसी की और अपने धुआंधार बल्लेबाजी से सबको अपना दीवाना बना दिया।
गब्बर के पीछे की कहानी
शिखर धवन को आज सभी लोग गब्बर के नाम से भी जानते हैं। लेकिन भारतीय टीम के इस गब्बर के पीछे की कहानी काफी रोचक है। मैदान पर एक बार उनके किसी साथी खिलाड़ी ने उन्हें मजाक में गब्बर कहा जिसके बाद से वह भारतीय टीम के गब्बर के नाम से मशहूर हो गए।