दुनिया खत्म होने का रहस्य छुपा है इस गुफा में जानें अभी
भगवान श्री कृष्ण ने भी गीता में कहा है कि जो जन्मा है उसकी अंत भी निश्चत है। इस नियम से न तो सूर्य अलग हैं और न हमारी पृथ्वी। इनका भी एक दिन अंत होना तय है। समय-समय पर दुनिया खत्म होने की भविष्यवाणियां भी आती रहती हैं लेकिन लेकिन अभी दुनिया खत्म होने में काफी वक्त है।
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भारत के कुछ गुफाएं और मंदिर ऐसे हैं जहां यह रहस्य छुपा हुआ है। उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में गंगोलीहाट कस्बे में बसा है पाताल भुवनेश्वर गुफा।
स्कंद पुराण में इस गुफा के विषय में कहा गया है कि इसमें भगवान शिव का निवास है।
सभी देवी-देवता इस गुफा में आकर भगवान शिव की पूजा करते हैं।
गुफा के संकरे रास्ते से जमीन के अंदर आठ से दस फीट अंदर
जाने पर गुफा की दीवारों पर शेषनाग सहित विभिन्न देवी-देवताओं की आकृति नज़र आती है।
मान्यता है कि पाण्डवों ने इस गुफा के पास तपस्या की थी। बाद में आदि शंकराचार्य ने इस गफा की खोज की…
गुजरात का मृदेश्वर महादेवगुजरात के गोधरा में
स्थित मृदेश्वर महादेव के बढ़ते शिव के आकार को भी संकेत माना जाता है।
इस शिव के विषय में मान्यता है कि जिस दिन का
आकार साढ़े आठ फुट का हो जाएगा उस दिन यह मंदिर की छत को छू लेगा।
जिस दिन ऐसा होगा उसी दिन महाप्रलय आ जाएगा।
शिव को मंदिर की छत छूने में लाखों वर्ष लग सकते हैं
क्योंकि शिव का आकार एक वर्ष में एक चावल के दाने के बराबर बढ़ता है।
मृदेश्वर शिव की विशेषता है कि इसमें से स्वतः ही जल की धारा निकलती रहती है
जो शिव का अभिषेक कर रही है। इस जल धारा में गर्मी एवं सूखे का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है, धारा अविरल बहती रहती है।