किशोरअवस्था में यह डाइट दें और बच्चों को हेल्दी बनाएं
जब हम अपने बच्चों को बढ़ते हुए देखते हैं तो हमें यही लगता है कि हमारे बच्चों को सही डाइट मिले। यही वो उम्र होती है जब आपका बच्चा ग्रोथ करता है इस उम्र में बच्चों पर पढ़ाई का प्रेशर होता है, और ऐसे में अगर बच्चों को सही डाइट न मिले तो आगे चलकर काफी नुक्सान हो सकता है। हमने इस आर्टिकल में आपके लिए कुछ सुनिश्चित डाइट प्लान किया है।
होम फैट डेयरी उत्पाद लें

जैसे – होल मिल्क, पनीर, चीज़ व दही इसे रेगुलर लेने से बच्चों के शरीर में विकास होता है।
एक्स्ट्रा लें

दूध में पिसे बदाम व पिघली चाॅकलेट मिलाएं।
दही में ग्रेनोला या मेवे मिला कर लें। सलाद में काजू या मूंगफली जैसे नट्स भी मिला कर खा सकते हैं।
भोजन की मात्रा बढ़ाएं

किसी एक मील से शुरूआत करें व धीरे-धीरे भोजन की मात्रा बढ़ाएं। उसे नाश्ते में कोई ऐ खाद्य पदार्थ शामिल करें- दूध व सीरीयल के साथ कोई फल लें। फिर ब्रेकफाॅस्ट सीरीयल की मात्रा बढ़ा दें। जब भारी नाश्ते की आदत हो जाए तो लंच व डिनर पर ध्यान दें।
पोषक पदार्थ पर ध्यान दें

यदि भूख ज्यादा नहीं लगती तो आपको विशेष रूप से पोषण की मात्रा पर ध्यान देना होगा। आप चाहें तो खजूर, नट वार, तिल, शक्कर, लड्डू या मेवे खा सकती हैं।
स तरल सप्लीमेंट लें: यदि भोजन ज्यादा न ले सके तों तरल पदार्थ लें। होल मिल्क, मिल्क शेक, मसाला मिल्क, लस्सी, मीट व सब्जी वाले सूप ले सकते हैं। यहां तो विभिन्न प्रयोग करने की आजादी हैं।