एक छोटी सी मनोरंजक कहानी बदलते मौसम की
दो दोस्त बहुत दिनों बाद मिले, रमेश और सुरेश।
सुरेश: "और सुनाओ रमेश, कैसे हो भाई?"
रमेश: "मैं अच्छा हूँ सुरेश, तुम सुनाओ?"
सुरेश: “मैं भी बढ़िया हूँ, और बताओ काम धंधा कैसा चल रहा है?"
रमेश: "अपनी तो वही प्राइवेट सैक्टर में नौकरी चल रही…