हिन्दू धर्म में जानें क्यों की जाती हैं ये चार तरह की आरती ?
आरती का अर्थ है चिंतित होकर भगवान को याद करना, विचलित होना, उनकी स्तुति करना। आरती पूजा के बाद धूप, अगरबत्ती, कपूर, दीया होता है। आरती एक, तीन, पांच, सात जैसी विषम संख्याओं का प्रयोग करती है। आरती एक विज्ञान है। आरती के साथ-साथ ढोल, शंख,…