ये हड्डियों की खतरनाक बीमारी ऑस्टियोपीनिया के लक्षण, पढ़िए इसका बचाव
आजकल अनियमित जीवनशैली और गलत खान-पान की आदतों के कारण हड्डियों की बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है। आज हम आपको हड्डियों की बीमारी ओस्टियोपीनिया के बारे में बताने वाले हैं। ओस्टियोपीनिया में शरीर में हड्डियों का बैलेंस ख़राब हो जाता है जिससे हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। इसे बीमारी में अगर हल्की चोट भी लग जाए तो हड्डी टूटने का खतरा रहता है। आईए जानते हैं इसके लक्षण और बचाव।
क्या है ओस्टियोपीनिया और ऑस्टियोपोरोसिस
ओस्टियोपीनिया और ओस्टियोपोरोसिस दोनों ही हड्डियों की बीमारियां हैं और ये दोनों लगभग एक जैसी ही हैं, इनमें फर्क सिर्फ इतना है कि ओस्टियोपोरोसिस में हड्डियां पूरी तरह खराब होने लगती हैं जबकि ओस्टियोपीनिया में हड्डियों के खराब होने का खतरा शुरू हो जाता है। इतना मान लेना सही होगा कि ओस्टियोपीनिया होने पर ओस्टियोपोरोसिस भी हो सकता है, ओस्टियोपीनिया ओस्टियोपोरोसिस का एक संकेत है।
ओस्टियोपीनिया के लक्षण
ओस्टियोपीनिया के लक्षणों को समझ पाना आसान नहीं है क्योंकि इसकी एक खास बात ये है कि इस बीमारी में हड्डियों में तब तक दर्द महसूस नहीं होता जब तक कि कोई हड्डी टूट न जाए। कई बार ऐसा भी होता है कि हड्डी के टूटने पर भी दर्द महसूस नहीं होता, कभी-कभी कमर या रीढ़ की हड्डी में हल्का दर्द महसूस होता है जिसे लोग नजरअंदाज कर देते हैं या पैन किलर दवाओं का इस्तेमाल करते हैं।
इस तरह संभव है ओस्टियोपीनिया का इलाज
ओस्टियोपीनिया से बचने का बड़ा उपाय ये है कि इसके लिए आपको ऐसे आहारों का सेवन करना चाहिए जिनमें कैल्शियम और मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में मोजूद हो। इसके अलावा हड्डियों को मजबूत करने के लिए विटामिन सी का सेवन भी करना चाहिए। हड्डियों की मजबूती के लिए अपने आहार में दूध, दही, अंडा, हरी सब्जियां और ड्राई फ्रूट्स आदि को शामिल करें।