स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने फैंस के साथ शेयर किये निजी जिंदगी से जुड़े अनसुने किस्से
स्वर कोकिला लता मंगेशकर 92 साल की उम्र में भी सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहती हैं और अक्सर अपनी जिंदगी से जुड़ी यादों को फैंस के साथ साझा करती रहती हैं। वहीं अब दिग्गज गायिका लता मंगेशकर ने अपनी जिंदगी से जुड़ा एक अनसुना किस्सा ट्विटर के जरिये फैंस के साथ साझा किया है।
लता मंगेशकर ट्वीट कर अपनी जिंदगी से जुड़े आज से 80 साल पहले के एक किस्से का जिक्र किया है, जब उन्होंने पहली बार रेडियो पर गाना गाया था। लता मंगेशकर ने ट्विटर पर अपनी एक थ्रोबैक तस्वीर को साझा करते हुए अपने ट्वीट में लता मंगेशकर ने लिखा-’16 दिसम्बर 1941 को,ईश्वर का पूज्य माई और बाबा का आशीर्वाद लेकर मैंने रेडियो के लिए पहली बार स्टूडियो में 2 गीत गाए थे। आज इस बात को 80 साल पूरे हो रहे हैं। इन 80 सालों में मुझे जनता का असीम प्यार और आशीर्वाद मिला है,मुझे विश्वास है की आपका प्यार,आशिर्वाद मुझे हमेशा यूँ ही मिलता रहेगा!’
लता मंगेशकर का यह ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। गौरतलब है लता मंगेशकर ने महज पांच साल की उम्र में अपने पिता दीनानाथ मंगेशकर से संगीत की शिक्षा लेनी शुरू कर दी थी। 1942 में इनके पिता का निधन हो गया,जिसके बाद लता ने अपने पूरे परिवार की जिम्मेदारी बखूबी निभाई। साल 1942 में लता ने एक मराठी फिल्म ‘किटी हासल’ में एक गाना ‘नाचूं या गड़े’ गाया था, लेकिन बाद में इस गाने को फिल्म से निकाल दिया था। उसके बाद कुछ लोगों ने लता को यह कहकर रिजेक्ट कर दिया कि उनकी आवाज पतली है।लता को पहली बार मंच पर गाने के लिए 25 रुपये मिले थे। लता मंगेशकर ने 13 साल की उम्र में पहली बार साल 1942 में आई मराठी फिल्म ‘पहली मंगलागौर’ में गाना गाया था। लता मंगेशकर ने अपने सात दशक के करियर में कई भाषाओं में 30,000 से अधिक गाने गाए हैं। उन्हें 2001 में सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न प्रदान किया गया। लता मंगेशकर को दादा साहेब फाल्के, पद्म विभूषण, पद्म भूषण और तीन नेशनल अवॉर्ड्स सहित कई पुरस्कारों से सम्मानित भी किया जा चुका है। लता मंगेशकर संगीत की दुनिया का वह नायाब हीरा हैं, जिसपर हर भारतीय को गर्व है।