बिहार के सारण से मिली नौ लड़कियों के मामले में हैरान करने वाली नई चीजें
नौ लड़कियों के मामले में पुलिस ने मोहम्मद निजाम उर्फ पंकज तिवारी से पूछताछ शुरू की तो उसने हैरान करने वाली चीजें बताईं। उसने बताया कि बंगाल से वह एक नाबालिग लड़की को लेकर आया था। लड़की की मां ने इसके लिए उससे पूरे 70 हजार रुपए लिये थे। इसके अलावा तय हुआ था कि लड़की को भी हर महीने पांच हजार रुपए मिलेंगे। इस बीच लड़की की मां का लालच बढ़ गया। वह निजाम से और अधिक पैसे मांगने लगी। निजाम इस पर राजी नहीं हुआ तो उसने इसकी शिकायत कर दी।
मामला एक एनजीओ के जरिए राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग और दिल्ली पुलिस तक पहुंच गया।दिल्ली पुलिस तक मामला पहुंचने पर बंगाल की लड़की के मोबाइल का लोकेशन ट्रेस किया गया। इससे पता चला कि वह बिहार के सारण जिले के जलालपुर थाना क्षेत्र के जलालपुर-कोपा रोड में है। इसके बाद सारण पुलिस से संपर्क साधा गया और आखिरकार मोहम्मद निजाम के साथ ही नौ नाबालिग लड़कियां बरामद की गईं। इनमें नौ नाबालिग लड़कियों में से दो को बंगाल और सिक्किम से आई पुलिस अपने साथ लेकर चली गई।
अन्य लड़कियों के स्वजन को बालिका गृह की अधीक्षक ने सूचना दे दी है। वे लोग अभी तक नहीं पहुंचे हैं। मो.निजाम उर्फ पंकज एवं रंजीत को बंगाल पुलिस रिमांड पर ले जाएगी। इसकी तैयारी की जा रही है।जलालपुर-कोपा रोड स्थित बाजार में संतोष तिवारी के घर में किराए का मकान लेकर सुपौल जिले के निर्मली थाना के बेला सिंगारमोती गांव के मो. निजाम उर्फ पंकज तिवारी करीब एक साल से रह रहा था। वह आर्केस्ट्रा ग्रुप चलाता था। उसमें वह बाहर से लड़कियों को लाकर आर्केस्ट्रा में डांस कराने का काम लेता था।
सकड्डी गांव का रहने वाला रंजीत उसका सहयोगी था। इन दोनों को नौ नाबालिग लड़कियों के साथ सारण पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है। बंगाल से आई युवती माया के साथ मोहम्मद निजाम ने एक साल पहले ही शादी की थी। मो. निजाम बंगाल से जिस नाबालिग लड़की को लाया था, उसको लेकर उसकी मां को 70 हजार रुपये उसने दिए थे। नाबालिग लड़की को पांच हजार प्रतिमाह देने की बात हुई थी। लड़की की मां कुछ और रुपये मांगने लगी।