टिकरी बॉर्डर पर एक किसान की आत्महत्या, सुसाइड नोट में मोदी सरकार का नाम
नए कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर वे पिछले 72 दिनों से दिल्ली की सीमा पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कड़कड़ाती ठंड में विरोध प्रदर्शन करते हुए कुछ किसानों की मौत हो गई। टिकरी सीमा पर एक किसान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, केंद्र सरकार से पूछा कि काले कृषि कानूनों को कब रद्द किया जाएगा।
रविवार को टिकरी सीमा पर एक किसान का शव लटका हुआ मिला। उसके शरीर के पास एक सुसाइड नोट भी मिला। कर्मवीर सिंह (52) उस किसान का नाम है जिसने आत्महत्या की थी और वह सिंहवाला गाँव का निवासी है। इस पत्र में उन्होंने कहा, ‘भारतीय किसान यूनियन जिंदाबाद! यह मोदी सरकार केवल तारीखों पर तारीखें दे रही है। यह इस समय अज्ञात है कि वह पद छोड़ने के बाद क्या करेंगे। ट्रक में तोड़फोड़ करते हुए पुलिस ने शुक्रवार को रैली निकाली, जिसमें सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को ट्रक से हटाया गया। पुलिस ने किसान की मौजूदगी में शव को उतारा।
40 लाख ट्रैक्टरों की रैली होगी
इस बीच, राकेश टिकैत ने चक्काजाम आंदोलन के बाद ‘किसान क्रांति 2021’ की घोषणा की। टिकैत ने 26 जनवरी को दिल्ली में 20,000 ट्रैक्टरों की रैली का आयोजन किया था। अब 40 लाख ट्रैक्टरों के साथ रैली निकाली जाएगी। उन्होंने कहा कि इस ट्रैक्टर पर किसान क्रांति 2021 लिखा जाएगा।