सोनम वांगचुक एक ऐसे वैज्ञानिक जिन्होंने रेगिस्तान में बर्फ का पहाड़ बना डाला
सोनम वांगचुक अब तक 1000 से ज्यादा आविष्कार कर चुके हैं लेकिन बहुत ही कम लोग उन्हें जानते हैं। यदि आपने आमिर खान की फिल्म 3 ईडियट्स देखी हो तो शायद आप सोनम वांगचुक के बारे में थोड़ा बहुत जानते होंगे।
क्योंकि आमिर खान का किरदार सोनम वांगचुक से बहुत मिलता-जुलता था।
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सोनम वांगचुक एक ऐसे खोजकर्ता है जो समाज की भलाई के लिए काम करते हैं।
वह अपने किसी भी आविष्कार को बेचकर पैसे नहीं कमाते।
उनके ज्यादातर आविष्कार सेना, जल प्रबंधन, बिजली, खेती-बाड़ी।
ग्रामीण लोगों से जुड़े हुए हैं। सोनम वांगचुक 2017 में तब सुर्खियों में आए जब उन्होंने सेना के लिए एक ऐसा टेस्ट बनाया जो बिना ईंधन के भी गर्म रह सकता था।
आज हम सोनम वांगचुक की एक और खोज के बारे में बताने जा रहे हैं जिसका जिक्र अखबारों में नहीं होता। सोनम वांगचुक ने इस खोज को Ice Stupas( बर्फ का गुंबद) नाम दिया है।
लद्दाख जैसे सूखे और ठंडे इलाके में कुछ ही महीनों के लिए नदियां बहती हैं।
ऐसे में यदि पानी को बर्फ के रूप में संरक्षित करके रख लिया जाए।
तो उसका इस्तेमाल सूखे के मौसम में किया जा सकता है।
बर्फ का गुंबद बनाने के लिए सबसे पहले एक ऐसी जगह खोजी जाती है जो पानी के स्रोत से नीचे हो।
फिर लंबे पाइप की सहायता से पानी को गुंबद वाली जगह तक पहुंचाया जाता है क्योंकि पानी का स्रोत गुंबद वाली जगह के लेवल से ऊंचा होता है।
इसलिए जब पानी पाइप से होता हुआ उस जगह तक पहुंचता है।
तो वह स्वतः ही हवा में फव्वारे की तरह उछलने लगता है।
इस तकनीक के कारण बिजली और मोटर की आवश्यकता नहीं पड़ती।
इसके बाद फव्वारे के चारों तरफ पत्तियों और झाड़ियों से एक गुंबद बनाया जाता है।
जब पानी इन पत्तियों और झाड़ियों पर गिरता है तो वह बर्फ का रूप ले लेता है।
धीमे-धीमे बर्फ का एक बड़ा गुंबद बन जाता है।
यह एक कमाल का आईडिया है जो केवल जीनियस इंसान के दिमाग में ही आ सकता है।