महिलाओं के हार्ट अटैक के बारे में कुछ तथ्य, जो जानना बेहद जरूरी हैं
आज हमने आपके लिए एक अलग ही टॉपिक लेकर आए हैं, जिसके बारे में जानना बेहद जरूरी हैं. वह हैं महिलाओं के हार्ट अटैक के बारे में.
महिलाओं की तुलना में पुरुषों को ज्यादा हार्ट अटौक होने की समस्या होती हैं लेकिन एक अब ये बात भी सामने आई कि आज के समय में महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर से ज्यादा हार्ट अटैक की समस्या होने की ख़बर आए हैं और ये पुरुषों से ज्यादा भी हैं. जिसके कारण सबसे ज्यादा मौंते हार्ट अटैक से ही होती हैं. पुरुषों को हार्ट अटैक आने से पहले सीने में दर्द होता हैं, लेकिन महिलाओं के साथ ये लक्षण जरुरी नहीं हैं. इसके बदले उनके हाथ और सीने में दर्द, जी मिचलाना और सिकुन चिपचिपी होना आद समस्याएं हो सकती हैं.
एसआरएल डायग्नोस्टिक्स के अध्यक्ष टेक्नोलॉजी एंड मेंटर क्लीनिकल पैथोलॉजी डॉ. अविनाश फडके ने कहा, ‘भारत में हृदय रोगों की समस्या पिछले कुछ दशकों में तेजी से बढ़ी हैं. ज्यादातर महिलाएं ब्रेस्ट कैंसर को लेकर चिंतित रहती हैं, लेकिन बड़ी तादाद में महिलाओं की मौत कैंसर की तुलना में हार्ट अटैक से होती हैं. भारत में हृदय रोग महिलाओं का नंबर वन दुश्मन हैं. हम सभी को समाज में इस तथ्य के बारे में मिलकर जागरूकता फैलानी चाहिए.’
ऐसे पहचाने हार्ट अटैक के संकेत
हार्ट अटैक के संकेत एक माह पहले ही दिखने लगती हैं. अगर महिलाओं को सीने में किसी दबाव या जलन की शिकायत हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
शरीर के किसी भी अंग जैसे कि पीठे साइड, गर्दन या फिर जबड़े में दर्द हो सकता हैं. जब रात को सोती हैं और सुबह जगती हैं, तो कुछ ऐसा महसूस होता है जो बयां नहीं कर सकती हैं, तो यह एक हार्ट अटैक आन की ही लक्षण हैं.
गर सांस लेने में कोई परेशानी हो रही है तो यह भी हार्ट अटैक की निशानी हो सकती हैं.
हार्ट अटैक आने का एक लक्षण बेवजह थकान भी हो सकती हैं. कई बार अच्छी नींद लेने के बाद ही आलस औऱ थकान का अनुभव करते हैं और दिन में भी नींद आती हैं.