धूम्रपान करने वालों में कोरोनरी हृदय रोग का कम जोखिम होता है: रिसर्च
नई दिल्ली: कोरोना वायरस पर एक और सर्वेक्षण किया गया। वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद द्वारा अपने लगभग 40 संगठनों में किए गए एक अखिल भारतीय CERO सर्वेक्षण के अनुसार, धूम्रपान करने वालों और शाकाहारियों में CER सकारात्मकता कम है और कोरोना वायरस को अनुबंधित करने का कम जोखिम दिखाती है। सर्वेक्षण में यह भी पाया गया कि ब्लड ग्रुप ‘O’ वाले लोगों में संक्रमण की आशंका कम होती है। ‘बी’ और ‘एबी’ समूहों के लोग अधिक जोखिम में हैं।
सर्वेक्षण में प्रयोगशाला में काम करने वाले 10,427 वयस्कों के साथ-साथ उनके परिवारों की स्वैच्छिक आधार पर जांच की गई। IGIB दिल्ली द्वारा किए गए अध्ययन में पाया गया कि 10,427 व्यक्तियों में से 1,058 को SARS-COV-2 के एंटीबॉडी थे।
शोध से यह भी पता चलता है कि जो लोग धूम्रपान करते हैं उनमें सेरो-पॉजिटिव होने की संभावना कम होती है। सामान्य आबादी में यह पहली रिपोर्ट है और इस बात के सबूत हैं कि कोविद सांस की बीमारी होने के बावजूद धूम्रपान के लिए प्रतिरोधी हो सकते हैं। शोध में फ्रांस, इटली, न्यूयॉर्क के दो अध्ययनों का हवाला दिया गया है और साथ ही चीन से भी ऐसी ही रिपोर्टें हैं।