जी-20 शिखर सम्मेलन पर पाकिस्तानी आतंकी हमले का साया सुरक्षा एजेंसियों ने जारी किया अलर्ट, इन संगठनों से खतरा
भारत पर आतंकी हमले का खतरा एक बार फिर बढ़ गया है। सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक, भारत की जी20 की अध्यक्षता से खफा आतंकी बड़े हमले की साजिश रच रहे हैं। के पास मौजूद एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक इस साल किसी भी राष्ट्रीय दिवस पर बड़ा आतंकी हमला हो सकता है. ताकि भारत को दुनिया की नजर में एक कमजोर और असुरक्षित देश के रूप में प्रचारित किया जा सके।
ये पाकिस्तानी संगठन रच रहे हैं साजिश
सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, पाकिस्तान की ISI अपने पालतू आतंकवादी संगठनों जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा, ISIS के AQIS और जमात-उल-मुजाहिदीन के साथ मिलकर एक बड़े हमले को अंजाम दे सकती है. इसके लिए वह बड़े हिंदू नेताओं, सेना और पुलिस अधिकारियों पर हमला कर सकता है। सुरक्षा एजेंसियों ने इस संबंध में अलर्ट जारी कर पुलिस और सेना बलों को सतर्क रहने को कहा है.
सूत्रों का कहना है कि G20 समिट को आतंकियों के निशाने पर रखा जा रहा है. वे उसे परेशान करने के इरादे से किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं। इनमें लोन वुल्फ हमले, विदेशी नागरिकों पर हमले, सुरक्षा एजेंसियों के वाहनों पर आईईडी हमले और पुलिस-सेना के अधिकारियों पर हमले शामिल हैं। आशंका जताई जा रही है कि आतंकी इस हमले को ड्रोन के जरिए भी अंजाम दे सकते हैं।
आतंकवादियों को लक्षित करने पर G20 शिखर सम्मेलन
सुरक्षा एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान में हुई आतंकी संगठनों की बैठक में तय हुआ कि जी20 शिखर सम्मेलन के चलते भारत में विदेशी राजनयिकों की मौजूदगी बनी रहेगी. ऐसे में अपनी मौजूदगी दिखाने के लिए आतंकी हमला किया जाएगा। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि इस हमले का स्वरूप क्या होगा। पुलिस तंत्र का पता लगाने का प्रयास कर रही है।
आपको बता दें कि 1 दिसंबर 2022 से 23 नवंबर 2023 तक G20 शिखर सम्मेलन की कई बैठकें भारत में लगातार होने वाली हैं. इस दौरान जी20 की कुल 152 बैठकें होंगी। इनमें से 7 बैठकें दिल्ली में होनी हैं और इन्हीं 7 बैठकों के दौरान आतंकी दिल्ली में किसी बड़े आतंकी हमले को अंजाम दे सकते हैं. सूत्रों के अनुसार आतंकी हमला किसी तरह से सांप्रदायिक माहौल को बिगाड़ कर विरोध प्रदर्शन या फिर हिंसा के रूप में भी हो सकता है.
सोशल मीडिया की निगरानी बढ़ाई गई
सुरक्षा एजेंसियों ने स्थिति को देखते हुए सोशल मीडिया पर निगरानी बढ़ा दी है। कारण यह है कि सोशल मीडिया तरह-तरह की अफवाहें और फेक न्यूज फैलाकर माहौल खराब कर सकता है। इस अलर्ट को देखते हुए जारी किया गया है और पंजाब, दिल्ली, यूपी और जम्मू-कश्मीर समेत कई अन्य राज्यों को अलर्ट पर रहने को कहा गया है.
छोटी से छोटी जानकारी साझा करने के लिए
दिल्ली डीसीपी नॉर्थ सागर सिंह कलसी के मुताबिक, इस बार दिल्ली में पहले से ज्यादा सुरक्षा बढ़ा दी गई है. गणतंत्र दिवस परेड की सुरक्षा के लिए प्रत्येक थाने से 40 से 50 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। इसके साथ ही देश भर की आतंकवाद निरोधी इकाइयों को छोटी से छोटी जानकारी भी आपस में साझा करने का आदेश दिया गया है। गणतंत्र दिवस के मद्देनजर बाहरी लोगों की आमद को देखते हुए निगरानी बढ़ा दी गई है।